अमेरिका के छात्रों ने बनाया अनोखा रोबोट, पलक झपकते ही हल कर देता है रूबिक्स क्यूब
क्या है खबर?
रुबिक्स क्यूब एक 3D पजल है, जिसका आविष्कार 1974 में हंगरी के प्रोफेसर एर्नो रुबिक ने किया था।
यह बच्चों से लेकर बड़ों तक, सभी का पसंदीदा पजल है, जिसे पूरा करने के लिए तेज दिमाग और कौशल चाहिए होता है। आम तौर पर लोग इसे कुछ मिनटों में हल कर लेते हैं।
हालांकि, अमेरिका के कुछ छात्रों ने एक ऐसे रोबोट का आविष्कार किया है, जो पलक झपकने से पहले ही इस क्यूब को हल कर देता है।
क्यूब
महज 0.103 सेकंड के अंदर हल कर देता है क्यूब
यह क्यूब इंडियाना स्थित वेस्ट लाफायेट के पर्ड्यू विश्वविद्यालय के एल्मोर फैमिली स्कूल ऑफ इलेक्ट्रिकल एंड कंप्यूटर इंजीनियरिंग के छात्रों ने बनाया है।
उनका नाम मैथ्यू पैट्रोहे, जुनपेई ओटा, एडेन हर्ड और एलेक्स बर्टा है, जो अच्छे दोस्त भी हैं। इनके द्वारा बनाया गया रोबोट महज 0.103 सेकंड के अंदर ही 3x3x3 रूबिक्स क्यूब हल कर देता है।
इसे गिनीज बुक ने क्यूब को हल करने वाले सबसे तेज रोबोट का खिताब भी दे दिया है।
मैथ्यू
आपके पलक झपकाने से पहले हल हो जाएगा क्यूब
मैथ्यू ने अपने विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर कहा, "हमारा रोबोट 103 मिलीसेकंड में क्यूब को हल कर लेता है। एक इंसान को पलक झपकाने में 200 से 300 मिलीसेकंड लगते हैं। इससे पहले कि आप अपनी पलक झपका सकें, हम क्यूब को पूरा कर चुके होते हैं।"
23 साल के मैथ्यू पिछले रिकार्ड से प्रेरित हुए थे और उसे तोड़ने का प्रयास करना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने अपने 3 दोस्तों के साथ मिलकर रोबोट बनाने का फैसला किया था।
प्रेरणा
पुराने रिकॉर्ड का वीडियो देख मैथ्यू को मिली थी प्रेरणा
मैथ्यू ने हाई स्कूल में MIT के छात्रों का एक वीडियो देखा था, जिसमें वे 380 मिलीसेकंड में क्यूब को हल कर रहे थे। उसे देखने के बाद उन्होंने सोचा कि यह वाकई एक शानदार प्रोजेक्ट है।
इसके बाद उन्होंने अपने दोस्तों के साथ मिलकर विश्वविद्यालय में ही रोबोट बनाया और उसे पर्डुबिक क्यूब नाम दिया।
रिकॉर्ड को दर्ज करने का आधिकारिक प्रयास 21 अप्रैल को उनके विश्वविद्यालय की एक प्रयोगशाला में आयोजित किया गया था।
खूबियां
किस तरह काम करता है यह रोबोट?
पर्डुबिक क्यूब को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि वह रंगों को पहचान सके। साथ ही यह खुद से नए-नए एल्गोरिदम बनाता रहता है, जो क्यूब को हल करने में मदद करते हैं।
इसके गति नियंत्रण हार्डवेयर के जरिए यह बिजली की तेजी से क्यूब को हल कर देता है। इलेक्ट्रिकल और कंप्यूटर इंजीनियरिंग के सहायक प्रोफेसर नाक-सुंग पैट्रिक ह्युन ने छात्रों का मार्गदर्शक किया था।
उन्होंने कहा, "यह उपलब्धि सिंथेटिक प्रणालियों की सीमाओं को आगे बढ़ाती है।"