
अमेरिका ने यूक्रेन के साथ लंबे समय से लटके खनिज समझौते पर हस्ताक्षर किए
क्या है खबर?
अमेरिका ने यूक्रेन के साथ काफी लंबे समय से लटके खनिज समझौते को मूर्त रूप दे दिया है। यह समझौता कीव और वाशिंगटन की कई सप्ताह की बातचीत के बाद हुआ।
समझौते की घोषणा अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने की। इसके लिए यूक्रेनी उप प्रधानमंत्री मंत्री यूलिया स्विरीडेंको वाशिंगटन की यात्रा पर थीं।
समझौते के बाद यूलिया ने एक्स पर प्रमुख चीजों को रेखांकित कर बताया कि यूक्रेन के संसाधनों का "स्वामित्व और नियंत्रण" पूरी तरह कीव के हाथों में रहेगा।
समझौता
समझौते पर यूक्रेन और अमेरिका ने क्या कहा?
यूलिया ने आगे लिखा, 'हमारे क्षेत्र और प्रादेशिक जल में सभी संसाधन यूक्रेन के हैं। यह यूक्रेनी राज्य है, जो निर्धारित करता है कि क्या और कहां निकालना है। भूमि के नीचे का हिस्सा यूक्रेनी स्वामित्व में है। यह समझौते में स्पष्ट है।'
अमेरिका के ट्रेजरी विभाग ने कहा कि यह समझौता रूस को स्पष्ट रूप से संकेत देता है कि ट्रंप प्रशासन लंबे समय तक एक स्वतंत्र, संप्रभु और समृद्ध यूक्रेन पर केंद्रित शांति प्रक्रिया के लिए प्रतिबद्ध है।
बातचीत
कैसे बनी बात?
अमेरिका ने यह भी कहा कि कोई भी राज्य या व्यक्ति जिसने रूसी युद्ध मशीन को वित्तपोषित या आपूर्ति किया है, उसे यूक्रेन के पुनर्निर्माण से लाभ उठाने की अनुमति नहीं मिलेगी।
डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति बनने के बाद से यूक्रेन के साथ पुनर्निर्माण निधि समझौते पर बात चल रही थी।
हालांकि, जनवरी में वोलोडिमीर जेलेंस्की और ट्रंप के बीच विवाद से मामला रुक गया था। दोनों नेता पिछले दिनों वेटिकन में पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार में मिले थे।
फायदा
अमेरिका और यूक्रेन के लिए कितना जरूरी था समझौता?
यूक्रेन के पास 22 महत्वपूर्ण प्राकृतिक खनिज का विशाल भंडार है, जो वैश्विक संपदा का 5 प्रतिशत है और ट्रंप इस पर नियंत्रण चाहते हैं।
ट्रंप चाहते हैं कि बाइडन प्रशासन के दौरान अमेरिका ने यूक्रेन को हथियार भेजकर जितनी भी मदद की थी, उसके बदले यूक्रेन अपने प्राकृतिक संसाधनों को अमेरिका को भुगतान के तौर पर दे।
ट्रंप का दावा है कि अमेरिका ने यूक्रेन को 300-350 अरब डॉलर की सहायता दी है।
जानकारी
यूक्रेन क्यों पीछे हट रहा था?
यह समझौता पिछले साल 2024 से अटका था। जेलेन्स्की चाहते थे कि इस सौदे के जरिए अमेरिका उनका सुरक्षा की गारंटी दे, जबकि ट्रंप इसके खिलाफ थे। जेलेन्स्की जनवरी में समझौता पक्का करने वाशिंगटन गए थे, लेकिन ट्रंप से विवाद के बाद लौट आये थे।