
मशहूर पेंटर एमएफ हुसैन की 70 साल पुरानी पेंटिंग हुई नीलाम, 100 करोड़ में बिकी
क्या है खबर?
एमएफ हुसैन प्रसिद्ध भारतीय चित्रकार, फोटोग्राफर और फिल्म निर्माता थे। वे अपनी जीवंत रंगों का इस्तेमाल करके बनाई गई पेंटिंग्स के लिए जाने जाते थे।
'भारत के पिकासो' के नाम से मशहूर हुसैन की पेंटिंग्स करोड़ों में बिकती हैं और आज भी लोग उन्हें संग्रहित करने में दिलचस्पी दिखाते हैं।
इसी कड़ी में अब उनकी एक 70 साल पुरानी पेंटिंग को 100 करोड़ से अधिक कीमत पर नीलाम किया गया है। इसने सभी भारतीय पेंटिंग्स का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
पेंटिंग
क्या है इस पेंटिंग की खासियत?
इस पेंटिंग का नाम 'ग्राम यात्रा' है, जो करीब 70 साल पहले बनाई गई थी। यह अब तक नीलाम होने वाली सबसे महंगी आधुनिक भारतीय पेंटिंग बन गई है।
1954 में बनी यह पेंटिंग 13 शब्दचित्र में लगभग 14 फीट तक फैली हुई है। हर एक शब्दचित्र ग्रामीण भारतीय जीवन की खास झलक पेश करता है। पूरी पेंटिंग बैलगाड़ी पर सवार एक पुरुष और महिला पर आधारित है।
इसके जरिए उनके जीवन के अलग-अलग पहलुओं को दर्शाया गया है।
नीलामी
कब और कहां हुई थी इस पेंटिंग की नीलामी?
ग्राम यात्रा की नीलामी क्रिस्टीज नामक नीलामीघर द्वारा करवाई गई थी, जो न्यूयॉर्क में स्थित है। इसे खरीदने के लिए बुधवार को बोली लगाई गई थी और यह 100 करोड़ रुपये से भी अधिक की कीमत पर बिकी थी।
बताया जा रहा है कि परोपकारी किरण नादर ने यह कलाकृति अपने प्रसिद्ध कला संग्रहालय KNMA के लिए खरीदी है, जो नई दिल्ली में स्थित है।
हालांकि, KNMA ने कहा कि वह इस पर कोई बयान देने में सक्षम नहीं है।
विवरण
'यह एक ऐतिहासिक क्षण है'-क्रिस्टीज
क्रिस्टीज के दक्षिण एशियाई आधुनिक और समकालीन कला प्रभाग के प्रमुख निशाद अवारी ने कहा, "यह एक ऐतिहासिक क्षण है। हम हुसैन और पूरी श्रेणी के लिए एक नया मानक स्थापित करके रोमांचित महसूस कर रहे हैं।"
क्रिस्टीज के अनुसार, हुसैन की इस पेंटिंग को नॉर्वे के डॉक्टर लियोन एलियास वोलोडार्स्की ने खरीदा था, जिसके बाद यह देखी नहीं गई थी।
उन्होंने 1964 में यह पेंटिंग ओस्लो विश्वविद्यालय अस्पताल को दे दी थी।
अन्य रिकॉर्ड
संपूर्ण नीलामी के जरिए हुई 200 करोड़ से अधिक की कमाई
न्यूयॉर्क के रॉकफेलर सेंटर में हुई इस नीलामी के जरिए कुल 200 करोड़ रुपये तक की कमाई की गई। इस नीलामी में कई अन्य कलाकारों की पेंटिंग भी अधिक कीमत पर नीलाम हुईं और कई रिकॉर्ड तोड़े गए।
इनमें सईद हैदर रजा, गुलाम रसूल संतोष, सुधीर पटवर्धन, जेराम पटेल, इवान पेरीज, सेनाका सेनानायके और बी. प्रभा जैसे कलाकार शामिल हैं।
इस नीलामी की सलफता दक्षिण एशियाई कला की बढ़ती मांग को दर्शाती है।