यहां करोड़ों रुपये के घर मात्र 103 रुपये में बिके, जानें वजह
हर व्यक्ति का सपना होता है कि उसके पास अपना खुद का एक घर हो, लेकिन लगातार बढ़ रही महंगाई के कारण कई लोगों का ये सपना अधूरा रह जाता है। ऐसे में यूनाइटेड किंगडम (UK) में कॉर्नवाल काउंसिल ने 6.6 करोड़ रुपये की कीमत के ग्रेड II सूचीबद्ध फ्लैट्स मात्र 103 रुपये की कीमत पर बेचे हैं। आइये काउंसिल के इस सराहनीय फैसले के बारे में विस्तार से जानते हैं।
क्यों काउंसिल ने कम कीमत में बेच दिए फ्लैट्स?
जानकारी के मुताबिक, 13 सितंबर को काउंसिल की कैबिनेट ने लूई में 11 कोस्टगार्ड फ्लैट्स का स्वामित्व मामूली शुल्क पर थ्री सीज कम्युनिटी लैंड ट्रस्ट को देने की सिफारिश को मंजूरी दे दी। दरअसल, ट्रस्ट ने 10 करोड़ रुपये की लागत का संपत्तियों का नवीनीकरण करने की पेशकश की थी। इसके बाद काउंसिल ने फ्लैट्स से जुड़ी हाई मेनटेनेंस लागत से बचने के लिए ट्रस्ट को 103 रुपये में 11 फ्लैट्स देने का फैसला किया।
फ्लैट्स बेचने के बाद भी किफायती आवास प्रावधान रहेगा बरकरार
इस मामले में काउंसिल के उपनेता डेविड हैरिस ने बताया कि इस फैसले से लूई में बेहद जरूरी किफायती आवास प्रावधान बरकरार रहेगा। उन्होंने कहा, "खुले बाजार में घर बेचने से लूई में किफायती आवास प्रावधान का नुकसान हो सकता था। इससे अस्थायी आवास की बढ़ रही मांग के कारण आवास सेवा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता था। फ्लैटों का इस्तेमाल अभी भी किफायती आवास प्रावधान के लिए किया जाएगा और यह सुनिश्चित करना पुनर्विकास योजना का होगा।"
न्यूजबाइट्स प्लस
जानकारी के मुताबिक, ब्रिटेन में खासतौर पर लंदन और दक्षिण पूर्व जैसे क्षेत्रों में घरों की कमी एक गंभीर मुद्दा है। इन क्षेत्रों में संपत्ति की कीमतें और किराये की लागत दोनों में वृद्धि हुई है, जिससे घर खरीदने या किराये पर लेने की कोशिश करने वाले लोगों के लिए बड़ी चुनौतियां खड़ी हो गई हैं। सेंटर फॉर सिटीज के मुताबिक, मौजूदा वक्त में ब्रिटेन में 43 लाख घरों की कमी है।
इंग्लैंड में मात्र 277 रुपये में दिया था करोड़ों रुपये का एक आलीशान घर
इससे पहले इंग्लैंड में डेनियल ट्वेनफोर और उनके 2 भाई जेसन और विल ने मिलकर 3.7 करोड़ रुपये का एक शानदार घर महज 277 रुपये में दिया था। इसके लिए उन्होंने करीब 1.55 लाख लोगों को 277 रुपये की लॉटरी टिकट बेची और इनमें से एक विजेता को पुरस्कार के तौर पर आलीशान घर देने का प्लान बनाया था। तीनों भाइयों ने ऐसा ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद करने के मकसद से किया था।