
विनेश फोगाट ने कुश्ती को कहा अलविदा, उनकी उपलब्धियों पर एक नजर
क्या है खबर?
पेरिस ओलंपिक 2024 के फाइनल मुकाबले से अयोग्य घोषित की गई भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने बड़ा फैसला लिया है।
उन्होंने कुश्ती से संन्यास का ऐलान कर दिया। उन्होंने एक्स पर इसकी जानकारी दी।
इससे पहले वह 2 ओलंपिक खेलों में भी कोई पदक नहीं जीत पाईं थी। उन्होंने अपना पहला ओलंपिक साल 2016 में खेला था।
विनेश का सिर्फ 100 ग्राम वजन ज्यादा हो गया, जिससे वह फाइनल नहीं खेल पाईं।
आइए उनकी उपलब्धियों पर नजर डालते हैं।
बयान
विनेश ने क्या कहा?
विनेश ने एक्स पर लिखा, 'मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब, अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी माफी।'
बता दें कि पेरिस ओलंपिक 2024 के सेमीफाइनल में क्यूबा की गुजमान लोपेज के खिलाफ विनेश को 5-0 से जीत मिली थी। विनेश को स्वर्ण पदक के लिए मुकाबले में अमेरिका की सारा हिल्डेब्रांट से 7 अगस्त को लड़ना था।
ट्विटर पोस्ट
विनेश ने किया संन्यास का ऐलान
माँ कुश्ती मेरे से जीत गई मैं हार गई माफ़ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके इससे ज़्यादा ताक़त नहीं रही अब।
— Vinesh Phogat (@Phogat_Vinesh) August 7, 2024
अलविदा कुश्ती 2001-2024 🙏
आप सबकी हमेशा ऋणी रहूँगी माफी 🙏🙏
पदक
ये पदक कर चुकी हैं विनेश अपने नाम
विनेश ने एशियाई खेलों में 2 पदक हासिल किए हुए हैं। साल 2018 में जकार्ता में हुए खेलों में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता था। उससे पहले 2014 में इंचियोन (48 किग्रा वर्ग) में उन्होंने कांस्य पदक अपने नाम किया था।
वह सितंबर 2022 में विश्व चैंपियनशिप में 2 पदक (दोनों कांस्य) जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनी थी।
वह राष्ट्रमंडल खेल में 3 स्वर्ण पदक (2014 , 2018 और 2022 ) जीत चुकी हैं।
जानकारी
ये पदक भी जीत चुकी हैं विनेश
एशियन चैंपियनशिप में विनेश ने 1 स्वर्ण, 3 रजत और 4 कांस्य पदक जीते हैं। यूथ रेसलिंग चैंपियनशिप में वह रजत पदक जीत चुकी हैं। 2016 के ओलंपिक में वह चोट के कारण बाहर हुईं थी। टोक्यो ओलंपिक में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था।
सरकार
हरियाणा सरकार का बड़ा ऐलान
हरियाणा सरकार के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने विनेश के लिया बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि विनेश का स्वागत एक पदक विजेता खिलाड़ी के तौर पर ही किया जाएगा।
हरियाणा सरकार ओलंपिक रजत पदक विजेता को जो सम्मान, ईनाम और सुविधाएं देती है, वे सभी विनेश को भी दी जाएंगी।
बता दें कि एकमात्र भारतीय महिला पहलवान साक्षी मलिक हैं, जिन्होंने 2016 के रियो ओलंपिक में कांस्य पदक अपने नाम किया था।
नियम
इन नियम से बाहर हुईं विनेश
नियमों के अनुसार, पहलवानों को 2 बार वजन दिखाना होता है। पहले प्रारंभिक दौर की सुबह और इसके बाद फाइनल मुकाबले की सुबह।
ऐसा माना गया कि उनका वजन फाइनल मुकाबले से 1 दिन पहले बढ़ा। मंगलवार रात विनेश को इसके बारे में पता चल गया था।
उन्होंने पूरी रात जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग की, लेकिन वह वजन कम नहीं कर पाईं। भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने अतिरिक्त समय मांगा था, लेकिन उनकी दलीलों को अस्वीकार कर दिया गया था।