पेरिस ओलंपिक 2024 में कांस्य पदक जीतने वाले सरबजोत सिंह कौन हैं?
पेरिस ओलंपिक 2024 में मनु भाकर और सरबजोत सिंह की निशानेबाजी जोड़ी ने कांस्य पदक पर कब्जा जमाया। इस जोड़ी ने 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित स्पर्धा में दक्षिण कोरिया की जिन ओह और वोनहो ली की जोड़ी को 16-10 से हराया। मनु का यह मौजूदा खेलों में दूसरा पदक रहा, जबकि सरबजोत ने पहली बार कोई ओलंपिक पदक जीता। इस बीच सरबजोत के सफर के बारे में जानते हैं।
किसान के बेटे हैं सरबजोत सिंह
सरबजोत अंबाला के धीन गांव के रहने वाले हैं। उनके पिता जतिंदर सिंह किसान और माता हरदीप कौर गृहिणी हैं। उन्होंने चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज से पढ़ाई की है। वे कोच अभिषेक राणा के अधीन प्रशिक्षण लेते हैं। सरबजोत की उम्र जब 12-13 साल की थी, तब समर कैंप के दौरान उन्होने कुछ बच्चों को एक अस्थायी रेंज में एयर गन चलाते देखा था। तब से उनका इस खेल को लेकर झुकाव हो गया था।
2019 में जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में जीता था स्वर्ण
2019 में जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में सरबजोत ने स्वर्ण पदक जीतकर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा था। उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में 239.6 के स्कोर के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया था।
सरबजोत ने जीते हैं इन प्रतियोगिताओं में पदक
एशियाई चैम्पियनशिप 2023 में 10 मीटर एयर पिस्टल व्यक्तिगत स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था। इस पदक के साथ ही उन्होंने पेरिस ओलंपिक का कोटा हासिल किया था। भोपाल में हुए ISSF विश्व कप 2023 में व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। बाकू में हुए विश्व कप 2023 में मिश्रित टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। जूनियर विश्व कप 2022 की टीम स्पर्धा में 1 स्वर्ण पदक और मिश्रित टीम स्पर्धाओं में रजत पदक।
10 मीटर एयर पिस्टल की व्यक्तिगत स्पर्धा में फाइनल में नहीं पहुंच सके थे सरबजोत
अपना पहला ही ओलंपिक खेल रहे सरबजोत पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल क्वालीफिकेशन में 577-16x के स्कोर के साथ 33 एथलीटों में नौवें स्थान पर रहे। वह आठवें स्थान पर रहे जर्मनी के रॉबिन वाल्टर से मामूली अंतर से चूक गए थे। बता दें कि शीर्ष-8 निशानेबाज ही फाइनल में जगह बनाते हैं। ऐसे में अपनी पिछली गलतियों से सबक लेते हुए सरबजोत ने मनु के साथ पदक जीतने में सफलता हासिल की।
इन निशानेबाजों की सूची में शामिल हुए सरबजोत
सरबजोत और मनु की जोड़ी ने भारत को ओलंपिक इतिहास में छठा पदक दिलाया। बता दें कि मनु ने पेरिस ओलंपिक की व्यक्तिगत स्पर्धा में भी कांस्य पदक जीता था। 2008 में स्वर्ण पदक अभिनव बिंद्रा ने जीता था। वह व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी भी बने थे। उनके अलावा राज्यवर्धन सिंह (2004 में रजत), गगन नारंग (2012 में कांस्य) और विजय कुमार (2012 में रजत) निशानेबाजी में ओलंपिक पदक जीतने वाले अन्य भारतीय खिलाड़ी हैं।