टोक्यो ओलंपिक: कोरोना वायरस के खतरों के मद्देनजर विदेशी फैंस के आने पर लगी पाबंदी
इस साल जुलाई में जापान की राजाधानी टोक्यो में होने जा रहे ओलंपिक में विदेशी फैंस को आने की छूट नहीं मिलेगी। दरअसल कोरोना वायरस के मामलों को देखते हुए विदेशी फैंस पर रोक लगाई गई है। यह पहला मौका होगा जब विदेशी फैंस के बिना ओलंपिक खेलों का आयोजन किया जाएगा। ओलंपिक 2020 के आयोजकों ने बीते शनिवार को इस खबर की पुष्टि की है। आइए जानते हैं पूरी खबर।
टोक्यो 2020 की चीफ ने जारी किया अपना बयान
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक टोक्यो 2020 की चीफ सेइको हासीमोतो ने कहा कि विदेशी फैंस को आने से रोकने का निर्णय आसान नहीं रहा। उन्होंने आगे कहा, "मैं खुद भी एथलीट थी और मुझे कई ओलंपिक में हिस्सा लेने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। विदेशी फैंस गेम का हिस्सा नहीं बन सकेंगे यह जानना काफी मुश्किल है। हालांकि, हमें सभी एथलीट्स और अन्य लोगों की सुरक्षा भी करनी है।"
विदेशी फैंस को छह लाख से अधिक टिकट बेचने का प्लान बना रहे थे आयोजक
आयोजकों ने ओलंपिक और पैरालंपिक में विदेशी फैंस को लगभग 630,000 टिकट बेचने का प्लान बनाया था, लेकिन पिछले कुछ दिनों से ही इस प्लान पर पानी फिरता नजर आ रहा था। टोक्यो 2020 की चीफ हासीमोतो ने तो यहां तक कहा था कि विदेशी एथलीट्स के परिवार के लोगों का आना भी मुश्किल हो सकता है। फिलहाल खेलों में जापान के दर्शकों की संख्या कितनी रहेगी यह साफ नहीं हो सका है।
अगले हफ्ते से शुरु होगा टॉर्च रिले
पिछले साल जब ओलंपिक को एक साल के लिए स्थगित किया गया था तब आयोजकों को लगा था कि कोरोना का प्रकोप थोड़ा कम हो जाएगा, लेकिन वैक्सीनेशन शुरु होने के बावजूद महामारी पीछा छोड़ने का नाम नहीं ले रही है। अगले हफ्ते से टॉर्च रिले शुरु हो रहा है और फैंस को इससे भी दूर रहने को कहा गया है। रास्ते में मिलने वाले फैंस से चीयर नहीं करने को कहा गया है।
इतिहास का सबसे महंगा ओलंपिक हो सकता है टोक्यो
कोरोना के कारण ओलंपिक के स्थगित होने के बाद से इसका आयोजन पहले से महंगा हुआ है। द इकोनॉमिक टाइम्स के रिपोर्ट के मुताबिक टोक्यो ओलंपिक का बजट दिसंबर तक 1.64 ट्रिलियन येन (15.8 बिलियन डालर) निर्धारित किया गया था। ऐसे में यह इतिहास का सबसे महंगा ओलंपिक हो सकता है। अगर कोरोना के कारण ओलंपिक का आयोजन सम्भव नहीं हो पाएगा तो इसका जबरदस्त आर्थिक प्रभाव पड़ना निश्चित है।