चैंपियंस ट्रॉफी के एक संस्करण में इन गेंदबाजों ने लिए हैं सर्वाधिक विकेट
क्या है खबर?
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का आगाज 19 फरवरी से हो जाएगा, जिसमें भारतीय क्रिकेट टीम अपना पहला मुकाबला 20 फरवरी को खेलेगी।
भारत ने आखिरी बार 2013 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में इस टूर्नामेंट का खिताब जीता था।
इस बार रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम इस सफलता को दोहराने का प्रयास करेगी।
इस बीच टूर्नामेंट के इतिहास में एक संस्करण में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों के बारे में जानते हैं।
#1
हसन अली (13 विकेट, 2017)
पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने 2017 में खेले गए चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था। उस संस्करण के खिताबी मुकाबले में पाकिस्तान ने भारत को शिकस्त दी थी।
पाकिस्तान की उस सफलता में हसन अली की अहम भूमिका रही थी। दाएं हाथ के तेज गेंदबाज हसन ने 5 मैचों में 14.69 की औसत के साथ 13 विकेट लिए थे।
उन्होंने फाइनल में भारत के खिलाफ 3 विकेट चटकाए थे। उन्हें 'प्लेयर ऑफ द सीरीज' भी चुना गया था।
#2
जेरोम टेलर (13 विकेट, 2006)
वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम 2006 में खेले गए संस्करण में उपविजेता रही थी। फाइनल में ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम ने वेस्टइंडीज को 8 विकेट से हराया था।
उस संस्करण में कैरेबियाई तेज गेंदबाज जेरोम टेलर ने 7 मैचों में 22.07 की औसत और 5.03 की इकॉनमी रेट के साथ 13 विकेट चटकाए थे।
उन्होंने एक मैच में 4 विकेट भी लिए थे। वह फाइनल में सिर्फ एक विकेट ही ले सके थे।
#3
रविंद्र जडेजा (12 विकेट, 2013)
भारत ने 2013 के चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में इंग्लैंड को 5 रन से हराया था। खिताबी मुकाबले में रविंद्र जडेजा ने 2 विकेट लिए थे।
उस संस्करण में जडेजा ने 5 मैचों में 12.83 की औसत से 12 विकेट लिए थे। इस बीच उनकी इकॉनमी रेट 4 से भी कम रही थी।
जडेजा ने एक मुकाबले में 5 विकेट हॉल भी लिया था।
बता दें कि इस टूर्नामेंट में इतिहास में जडेजा सर्वाधिक विकेट वाले भारतीय हैं।
#4
फरवीज महरूफ (12 विकेट, 2006)
श्रीलंका के पूर्व तेज गेंदबाज फरवीज महरूफ भी इस सूची में शामिल हैं।
चैंपियंस ट्रॉफी 2006 में उन्होंने 6 मैचों में 15.83 की औसत और 5.27 की इकॉनमी रेट के साथ 12 सफलताएं हासिल की थी। एक मैच में महरूफ ने 6 विकेट भी चटकाए थे।
उसी संस्करण में महरूफ के साथी तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा ने 11 विकेट लिए थे। इन गेंदबाजों के उम्दा के प्रदर्शन के बावजूद श्रीलंकाई टीम सेमीफाइनल में भी नहीं पहुंच सकी थी।