विश्व कप के वो रिकॉर्ड जिनका टूट पाना लगभग असंभव है, जानें
विश्व कप 2019 अपने मिडिल स्टेज को पार कर रहा है और समय के साथ इसमें रोमांच बढ़ता ही जा रहा है। प्रत्येक मैच के साथ कई रिकॉर्ड बन और टूट रहे हैं तो वहीं टूर्नामेंट के इतिहास में अब तक कई रिकॉर्ड बन चुके हैं। सचिन तेंदुलकर की शानदार फॉर्म से लेकर रिकी पोंटिंग के प्रभाव तक हम नजर डाल रहे हैं उन विश्व कप रिकॉर्ड्स पर जिनका टूटना लगभग असंभव है।
बिशन सिंह बेदी की सबसे किफायती गेंदबाजी
1975 में खेले गए पहले विश्व कप में भारतीय स्पिनर बिशन सिंह बेदी ने (12-8-6-1) ईस्ट अफ्रीका के खिलाफ अपने कोटा के 12 ओवर में केवल छह रन देकर जादुई प्रदर्शन किया था। गौरतलब है कि 1992 में डेर्मोट रीव ने मात्र दो रन खर्च किए थे, लेकिन उन्होंने केवल 30 गेंदें ही फेंकी थी। अब तक बहुत से लोगों ने प्रयास किया है, लेकिन बेदी के इस सबसे किफायती गेंदबाजी के रिकॉर्ड को तोड़ नहीं सके हैं।
सचिन तेंदुलकर का सबसे ज़्यादा 50+ स्कोर
पूर्व भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के नाम कई रिकॉर्ड दर्ज हैं। भले ही उनके नाम विश्व कप के कई रिकॉर्ड दर्ज हैं, लेकिन सबसे यूनीक रिकॉर्ड है टूर्नामेंट में सबसे ज़्यादा 50+ का स्कोर बनाना। छह विश्व कप में खेलने वाले तेंदुलकर ने 44 पारियों में 21 बार 50 से ज़्यादा का स्कोर बनाया था और उनके रिकॉर्ड को तोड़ पाना किसी भी खिलाड़ी के लिए आसान काम नहीं होगा।
विश्व कप में तेंदुलकर द्वारा बनाए गए सबसे ज़्यादा रन
हमने पहले ही सचिन के एक शानदार रिकॉर्ड का जिक्र ऊपर कर दिया है और उसके अलावा सचिन के नाम एक और शानदार रिकॉर्ड दर्ज है। सचिन ने 56.95 की औसत के साथ विश्व कप में 2,278 रन बनाए हैं। उनके रिकॉर्ड को रिकी पोंटिंग ने तोड़ने की कोशिश की थी, लेकिन वह असफल रहे थे। सबसे ज़्यादा रन बनाने के सचिन के इस रिकॉर्ड के पास फिलहाल कोई नहीं है तो इसका टूट पाना संभव नहीं लग रहा है।
मैक्ग्राथ द्वारा विश्व कप में हासिल किए सबसे ज़्यादा विकेट
पहले के समय में क्रिकेट में गेंदबाजों का जलवा काफी ज़्यादा था, लेकिन फिलहाल के समय में इस खेल पर बल्लेबाजों ने अपना दबदबा कायम कर रखा है। ऑस्ट्रेलिया के महान तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्राथ ने चार विश्व कप में खेलते हुए कुल 71 विकेट झटके थे और वह विश्व कप में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। मैक्ग्राथ के इस रिकॉर्ड को तोड़ पाना वर्तमान समय में किसी भी गेंदबाज के लिए आसान नहीं होगा।
रिकी पोंटिंग की कप्तान के तौर पर सबसे ज़्यादा जीत
मैदान पर कप्तान की भूमिका काफी अहम होती है। दो बार विश्व कप जीतने वाले ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग बिना किसी शक के विश्व कप के सबसे महान खिलाड़ियों में से एक हैं। गौरतलब है कि पोंटिंग ने विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया को 29 मुकाबलों में लीड किया है जिसमें से उन्होंने 26 मुकाबले जीते हैं और उनका जीत प्रतिशत 92.85 का है। यह रिकॉर्ड पोंटिंग की लेगेसी को दर्शाता है।