शिखर धवन या केएल राहुल, किसे मिलना चाहिए टी-20 विश्व कप में मौका? जानिए आंकड़े
2020 टी-20 विश्व कप को अब एक साल से भी कम का वक्त रह गया है। विश्व कप से पहले भारत को श्रीलंका, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया से कुल 17 टी-20 इंटरनेशनल मैच खेलने हैं। इसके साथ ही 2020 एशिया कप भी टी-20 फॉर्मेट में होना है। ऐसे में भारत के पास विश्व कप की तैयारी के लिए काफी मौके हैं, लेकिन भारत के लिए सबसे बड़ी चिंता रहेगी कि शिखर धवन या केएल राहुल में किसे मौका दिया जाए।
धवन के चोटिल होने के कारण वेस्टइंडीज़ के खिलाफ केएल राहुल को मिला मौका
धवन के लगातार खराब प्रदर्शन के बावजूद वेस्टइंडीज़ के खिलाफ पहले उनका ही ओपनिंग करना तय था। लेकिन अचानक धवन के चोटिल होने के कारण केएल राहुल को ओपनिंग का मौका दिया गया। इससे पहले कई पूर्व क्रिकेटरों ने भी राहुल को रोहित के साथ ओपनिंग कराने की पैरवी की थी और राहुल ने इस सीरीज़ में अपने प्रदर्शन से उन सभी को सही भी साबित कर दिया। इस सीरीज़ में राहुल दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ रहे।
वेस्टइंडीज़ के खिलाफ टी-20 सीरीज़ में इस तरह रहा राहुल का प्रदर्शन
वेस्टइंडीज़ के खिलाफ टी-20 सीरीज़ में राहुल ने 54.67 की औसत और 153.27 के स्ट्राइक रेट से 164 रन बनाए। राहुल ने सबसे ज्यादा 15 चौके और आठ छक्के भी लगाए। तीनों मैचों में राहुल ने क्रमश: 62, 11 और 91 रनों की पारियां खेली।
पिछले समय में इस तरह रहा है धवन का प्रदर्शन
वेस्टइंडीज़ के खिलाफ चोटिल होने से पहले धवन लगातार भारतीय टीम का हिस्सा रहे थे। इस दौरान अगर धवन की पिछली पांच टी-20 सीरीज़ की बात करें, तो उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ 91, साउथ अफ्रीका के खिलाफ 76, वेस्टइंडीज़ के खिलाफ 27, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 14 और न्यूजीलैंड के खिलाफ 64 रन बनाए थे। धवन के इस प्रदर्शन के बावजूद उन्हें वेस्टइंडीज़ के खिलाफ तीन मैचों की टी-20 सीरीज़ में शामिल किया गया था।
12 टी-20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों से अर्धशतक नहीं लगा सके हैं धवन
बता दें कि पिछले 12 टी-20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में धवन एक भी अर्धशतक नहीं लगा सके हैं। इस बीच धवन का उच्चतम स्कोर 41 रन रहा है। साथ ही कई मैचों में धवन ने 100 से भी कम के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं।
मौके मिलने पर खरे उतरे हैं केएल राहुल
इस साल टी-20 अंतर्राष्ट्रीय में राहुल को नौ मैचों में भारतीय टीम में मौका मिला है, जिसमें तीन मैचों में राहुल ने मिडिल में बल्लेबाज़ी की है और छह मैचों में उन्हें ओपनिंग करने का मौका मिला है। 2019 में राहुल ने नौ टी-20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में 44.50 की औसत और 142.40 के स्ट्राइक रेट से 356 रन बनाए हैं। वहीं बतौर ओपनर इस साल राहुल के नाम 46.83 की औसत से 281 रन हैं।
धवन और राहुल का टी-20 अंतर्राष्ट्रीय करियर
राहुल ने बतौर ओपनर टी-20 अंतर्राष्ट्रीय की 17 पारियों में 43.69 की औसत और 145.02 के स्ट्राइक रेट से 699 रन बनाए हैं। साथ ही टी-20 अंतर्राष्ट्रीय करियर में 31 पारियों में राहुल ने 43.77 की औसत और 146.46 के स्ट्राइक रेट से 1,138 रन बनाए हैं, जिसमें दो शतक और आठ अर्धशतक शामिल हैं। वहीं शिखर धवन के नाम टी-20 अंतर्राष्ट्रीय की 57 पारियों में 27.85 की औसत और 128.22 के स्ट्राइक रेट से 1,504 रन हैं।
दोनों में से कौन रहेगा बेहतर?
टी-20 अंतर्राष्ट्रीय में धवन और राहुल के आंकड़ो को देखने के बाद हमारा मानना है कि राहुल ही ओपनिंग के लिए बेहतर विकल्प रहेंगे। मॉडर्न डे की क्रिकेट में टी-20 में सफलता हासिल करने के लिए टीम में ओपनिंग जोड़ी का विस्फोटक होना ज़रूरी है। इसीलिए हमारा मानना है कि रोहित और राहुल ही विश्व कप के लिए भारत की पहली पसंद होने चाहिए। धवन वनडे क्रिकेट में बेहतर हैं, लेकिन टी-20 के हिसाब से उनमें आक्रामकता की कमी है।