टी-20 क्रिकेट सुधारने के लिए शेन वार्न ने बताए तीन प्वाइंट्स, जानिए क्या हैं उनके सुझाव
टी-20 क्रिकेट की शुरुआत एक अनोखे प्रयोग के तौर पर हुई थी, लेकिन गेम जैसे-जैसे आगे बढ़ता गया इसकी लोकप्रियता काफी ज्यादा बढ़ गई। क्रिकेट के खेल में बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों को बराबर का हक मिलना चाहिए, लेकिन टी-20 क्रिकेट में बल्लेबाजों का ही बोलबाला होता जा रहा है। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई महान गेंदबाज शेन वॉर्न ने अब टी-20 क्रिकेट में बदलाव लाने के कुछ तरीके सुझाए हैं।
वॉर्न ने बताए ये तीन प्वाइंट्स
वॉर्न ने टी-20 क्रिकेट में सुधार लाने के लिए तीन प्वाइंट लिखे। पहले प्वाइंट में उन्होंने लिखा कि हर मैदान पर बाउंड्री बड़ी होनी चाहिए और जहां बाउंड्री छोटी हो वहां मैदान पर लंबी घास रखी जानी चाहिए। दूसरे प्वाइंट में दो गेंदबाजों को चार की बजाय पांच ओवर्स फेंकने की छूट की मांग की गई। तीसरे प्वाइंट में पिच पर बात की गई और कहा गया कि फ्लैट की जगह टेस्ट के चौथे दिन वाली पिच दी जानी चाहिए।
मौजूदा IPL सीजन में बल्लेबाजों का रहा है दबदबा
UAE में खेले जा रहे मौजूदा IPL सीजन में बल्लेबाजों का दबदबा साफ दिख रहा है। राजस्थान रॉयल्स ने किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ 224 के लक्ष्य का पीछा करते हुए 19.3 ओवर्स में ही 226 रन बना दिए थे। मुंबई इंडियंस ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ 202 के लक्ष्य का पीछा करते हुए मैच टाई करा लिया था। KXIP इस सीजन दो बार 200 से ज्यादा का स्कोर बना चुकी है।
टी-20 इंटरनेशनल में भी गेंदबाजों से कहीं ज्यादा रहा है बल्लेबाजों का प्रभाव
टी-20 इंटरनेशनल क्रिकेट की बात करें तो अब तक 10 बल्लेबाज 2,000 या उससे अधिक रन बना चुके हैं। गेंदबाजों की बात करें तो केवल एक ही गेंदबाज अब तक 100 या उससे अधिक विकेट ले सका है। टी-20 इंटरनेशनल में अब तक किसी विशुद्ध गेंदबाज ने मैन ऑफ द सीरीज का अवार्ड नहीं हासिल किया है। मैन ऑफ द मैच की लिस्ट में भी गेंदबाजों के नाम इक्का-दुक्का ही हैं।
गेंदबाजों के लिए लगातार कठिन होता जा रहा है फटाफट क्रिकेट
फटाफट क्रिकेट को रोमांचक बनाने के लिए बाउंड्री छोटी कर दी जाती है और पिचों को फ्लैट कर दिया जाता है। यही कारण है कि लगातार गेंदबाजों के लिए यह फॉर्मेट कठिन ही होता जा रहा है।