#ThankYouDhoni: कैप्टन कूल धोनी की कप्तानी के टॉप-5 मोमेंट्स पर एक नजर
इस बात में कोई शक नहीं है कि बीते शनिवार को इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहने वाले महेन्द्र सिंह धोनी भारतीय क्रिकेट के लेजेंड हैं। जुलाई 2019 में आखिरी बार भारत के लिए खेले धोनी ने इंस्टाग्राम पर भारतीय टीम के साथ अपने सफर का एक वीडियो डाला और 'पल दो पल के शायर' बनकर इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह गए। आइए उनके टॉप कैप्टेंसी मोमेंट पर डालते हैं एक नजर।
2007 में टी-20 विश्व कप का खिताब
हम इस लिस्ट की शुरुआत कर रहे हैं धोनी के सबसे बेहतरीन मोमेंट से जब उन्होंने 2007 में पहली बार खेले गए टी-20 विश्व कप का खिताब भारतीय टीम को जिताकर पूरी दुनिया को चौंका दिया था। यह जीत धोनी के स्पेशल कप्तानी के लिए याद की जाती है क्योंकि फाइनल मुकाबले के आखिरी ओवर में जोंगिदर शर्मा को गेंद देना आज भी तमाम फैंस के लिए अजूबा बना हुआ है।
युवा खिलाड़ियों के साथ पहली वनडे सीरीज़ जीत
टी-20 विश्व कप में सफलता हासिल करने के बाद धोनी ने ऑस्ट्रेलिया में भी इतिहास रचा। युवा खिलाड़ियों पर निर्भर धोनी ने ऑस्ट्रेलिया में खेली गई त्रिकोणीय सीरीज़ जिसमें श्रीलंका ने भी हिस्सा लिया था के फाइनल में कंगारू टीम को हराया। फाइनल में मेज़बान टीम का सामना करते हुए धोनी ने एक बार फिर अपनी कप्तानी का कमाल दिखाया और टीम को जीत दिलाई।
टेस्ट में भारतीय टीम को बनाया नंबर वन
लिमिटेड ओवर्स की क्रिकेट में खुद को सफल कप्तान साबित करने के बाद धोनी ने क्रिकेट के सबसे बड़े फॉर्मेट की ओर रुख किया। 2008 में टेस्ट टीम का कप्तान बनने के बाद धोनी ने फिर सफलता हासिल की और एक साल के अंदर ही भारतीय टीम को टेस्ट में नंबर वन बनाया। धोनी के अंडर ही भारतीय टीम ने पहली बार दक्षिण अफ्रीका (2010-11) में कोई टेस्ट सीरीज़ ड्रॉ कराने में सफलता हासिल की।
2011 विश्व कप का खिताब
सफलता के बारे में बात करते हुए कई लोगों का मानना है कि 2011 विश्व कप धोनी की सबसे बड़ी सफलता है। वाकई में यह धोनी की सबसे बड़ी सफलता है क्योंकि उन्होंने टीम को आगे से लीड करते हुए 28 साल बाद विश्व कप खिताब दिलाया था। धोनी ने फाइनल में कप्तानी पारी खेली और 91 रनों की उनकी नाबाद पारी और छक्के के साथ मैच का अंत आज भी फैंस भूल नहीं सके हैं।
तीनों ICC खिताब जीतने वाले इकलौते कप्तान
क्रिकेट इतिहास में धोनी ICC की तीनों ट्रॉफियां जीतने वाले इकलौते कप्तान हैं। टी-20 विश्व कप और 2011 विश्व कप में सफलता हासिल करने के बाद 2013 में एक बार फिर धोनी ने सफलता का स्वाद चखा। भारतीय टीम ना केवल अजेय रही बल्कि धोनी की कप्तानी ने उन्हें इंग्लैंड को उन्हीं के घर में हराने में सफलता दिलाई। फाइनल में एक बार फिर धोनी का दिमाग काम आया और करीबी मुकाबले में भारत को जीत मिली।