टी-20 विश्व कप के एक संस्करण में इन भारतीय गेंदबाजों ने झटके हैं सबसे ज्यादा विकेट
क्या है खबर?
टी-20 विश्व कप 2024 में भारतीय क्रिकेट टीम 5 जून को आयरलैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ अपना पहला मैच खेलेगी।
यह मैच न्यूयॉर्क के नासाउ काउंटी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा।
लीग चरण की समाप्ति के बाद भारतीय टीम सुपर-8 चरण के अपने मैच वेस्टइंडीज में खेलेगी। भारतीय टीम विश्व कप जीतने की मजबूत दावेदार मानी जा रही है।
इस बीच टी-20 विश्व कप के 1 संस्करण में सर्वाधिक विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाजों पर नजर डालते हैं।
#1
आरपी सिंह- 12 विकेट
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज आरपी सिंह ने टी-20 विश्व कप के एक संस्करण में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय खिलाड़ी हैं।
उन्होंने साल 2007 के विश्व कप में 7 मुकाबले खेले थे और 6.33 की इकॉनमी रेट और 12.66 की शानदार औसत के साथ 12 विकेट झटके थे।
उन्होंने 1 बार 4 विकेट हॉल लिया था और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 4/13 का रहा था। वह गेंद को दोनों तरफ स्विंग कराने के लिए जाने जाते थे।
#2
रविचंद्रन अश्विन-11 विकेट
भारतीय टीम के दिग्गज ऑफ स्पिन रविचंद्रन अश्विन ने 2014 के टी-20 विश्व कप में 11 विकेट अपने नाम किए थे। वह इस मामले में दूसरे स्थान पर हैं।
उन्होंने 6 मुकाबलों में 5.35 की इकॉनमी रेट और 11.27 की औसत से गेंदबाजी की थी। उन्होंने 1 बार 4 विकेट हॉल लिया था और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 4/11 का रहा था।
भारतीय टीम को उस विश्व कप के फाइनल मैच में श्रीलंका क्रिकेट टीम के खिलाफ हार मिली थी।
#3
इरफान पठान और अमित मिश्रा-10 विकेट
इरफान पठान ने साल 2007 के पहले टी-20 विश्व कप में 10 विकेट अपने नाम किए थे। वह फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाफ प्लेयर ऑफ द मैच भी थे। उन्होंने 16 रन देकर 3 विकेट झटके थे।
पूरे विश्व कप में इस खिलाड़ी ने 6.77 की इकॉनमी रेट से गेंदबाजी की थी।
अमित मिश्रा ने साल 2014 के विश्व कप में 6.33 की उम्दा इकॉनमी रेट के साथ 6 मुकाबलों में 10 विकेट अपने नाम किए थे।
#4
आशीष नेहरा और अर्शदीप सिंह- 10 विकेट
भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने साल 2010 के विश्व कप में कमाल की गेंदबाजी की थी। इस खिलाड़ी ने 5 मुकाबलों में 7.8 की इकॉनमी से 10 विकेट झटके थे।
2024 विश्व कप में भारतीय टीम के लिए अर्शदीप सिंह भी खेलते नजर आएंगे। 2022 के टी-20 विश्व कप में उन्होंने 6 मैच में 10 विकेट झटके थे। उनकी इकॉनमी 7.8 की ही रही थी।
दोनों विश्व कप में भारतीय टीम विजेता नहीं बन पाई थी।