दुबई में हुई MCC की अहम बैठक, फ्रेंचाइजी क्रिकेट को बताया अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए खतरा
क्या है खबर?
पूरी दुनिया में टी-20 क्रिकेट का बोलबाला बढ़ गया है। अब लगभग हर देश में क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट की लीग क्रिकेट खेली जा रही है।
ऐसे में क्रिकेट की नियामक संस्था मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को लेकर चिंता जताई है। उसका मानना है कि इसके कारण इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल(ICC) के भविष्य के क्रिकेट कार्यक्रम पर असर पड़ेगा।
इससे कमजोर सदस्य देशों द्वारा खेले जाने वाली मैचों की संख्या में भी असमानता पैदा हो रही है।
बयान
MCC ने अपने बयान में क्या कहा?
MCC ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर कहा, "2023 में पुरुषों का क्रिकेट कार्यक्रम फ्रेंचाइजी प्रतियोगिताओं से भरा पड़ा है, जो हाल ही में 2027 तक जारी द्विपक्षीय अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम के लिए खतरा है।"
बयान में आगे कहा गया है, "ICC को भविष्य के दौरे और कार्यक्रम को लेकर कुछ सोचना होगा। इस साल केवल अक्टूबर और नवंबर के बीच ऐसाा समय है जब कोई टूर्नामेंट नहीं होगा और उस समय भारत में क्रिकेट विश्व कप खेला जाएगा।"
फ्रेंचाइजी क्रिकेट
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और फ्रेंचाइजी क्रिकेट में हो रहा टकराव
फ्रेंचाइजी क्रिकेट के कारण कई खिलाड़ी ऐसे हैं जो अपने देश के लिए खेलना छोड़ रहे हैं।
MCC ने अपने बयान में आगे कहा, "यह ट्रेंड हर साल दोहराया जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और फ्रेंचाइजी क्रिकेट लगातार आपस में टकरा रहे हैं, सिर्फ ICC टूर्नामेंट के दौरान यह टकराव नहीं होता है। फ्रेंचाइजी टूर्नामेंटों में केवल इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के दौरान भी यह टकराव नहीं होता, क्योंकि इस दौरान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला जाता है।"
दुबई
क्यों हुई MCC की बैठक?
इस साल से दक्षिण अफ्रीका और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में फ्रेंचाइजी टूर्नामेंट शुरू किए गए हैं।
आने वाले दिनों में इस तरह की लीगों की संख्या में और बढ़ोतरी हो सकती है।
MCC ने इसी कारण दुबई में बैठक आयोजित की थी। जिसका उद्देश्य यह तय करना था कि इन फ्रेंचाइजी लीग से भरे व्यस्त क्रिकेट कार्यक्रम के बीच अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को कैसे बचाया जा सकता है और अगले 10 सालों में वैश्विक क्रिकेट कैसा दिखेगा।
महिला क्रिकेट
महिला क्रिकेट को फ्रेंचाइजी क्रिकेट नहीं कर रहा परेशान
MCC ने अपने बयान में महिला क्रिकेट को फ्रेंचाइजी क्रिकेट से बचा हुआ बताया है।
MCC ने बैठक के दौरान कहा, "पुरुषों के क्रिकेट कार्यक्रम के विपरीत 2025 तक ICC महिला क्रिकेट का कार्यक्रम फ्रेंचाइजी क्रिकेट से काफी सुरक्षित है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और फ्रेंचाइजी लीग के बीच कोई टकराव नजर नहीं आता है।"
हाल ही में IPL के तर्ज पर भारत में विमेंस प्रीमियर लीग (WPL) का आयोजन शुरू किया गया है।
सौरव गांगुली
सौरव गांगुली ने दिया टेस्ट क्रिकेट को लेकर बड़ा बयान
भारत के पूर्व कप्तान और MCC के सदस्य सौरव गांगुली ने इस पूरे मामले पर कहा,"मैं अब भी मानता हूं कि टेस्ट प्रारूप क्रिकेट के लिए सबसे बड़ा मंच है। यही वह जगह है जहां महान खिलाड़ी मिलते हैं और इसीलिए इसे टेस्ट कहा जाता है। यहां आपके कौशल की परीक्षा होती है। यह हमेशा शिखर पर बना रहना चाहिए। मुझे यकीन है कि हर देश इसे महत्व देंगे और फ्रेंचाइजी क्रिकेट और टेस्ट के बीच सही संतुलन बनाएंगे।"