ईरानी कप 2024: मुंबई और शेष भारत की टीमें हुई घोषित, जानिए टूर्नामेंट की अहम बातें
ईरानी कप 2024 के लिए मुंबई और शेष भारत की टीमों की घोषणा हो चुकी है। मुंबई क्रिकेट टीम की कप्तानी अजिंक्य रहाणे करेंगे, जबकि शेष भारत की टीम का नेतृत्व रुतुराज गायकवाड़ करते हुए दिखेंगे। इस बार 1 अक्टूबर से यह मैच लखनऊ के भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेई इकाना क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा। आइए इस टूर्नामेंट का इतिहास और उससे जुड़ी सभी अहम जानकारी पर एक नजर डालते हैं।
ऐसी है शेष भारत की टीम
ध्रुव जुरेल और यश दयाल को शेष भारत की टीम में चुना गया है। हालांकि, उनका खेलना इस बात पर निर्भर करेगा कि वे कानपुर में बांग्लादेश के खिलाफ 27 सितंबर से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट मैच में शामिल नहीं होंगे। शेष भारत: रुतुराज गायकवाड़ (कप्तान), अभिमन्यु ईश्वरन (उपकप्तान), साई सुदर्शन, देवदत्त पडिक्कल, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), ईशान किशन (विकेटकीपर), मानव सुथार, सारांश जैन, प्रसिद्ध कृष्णा, मुकेश कुमार, यश दयाल, रिकी भुई, शाश्वत रावत, खलील अहमद और राहुल चाहर।
रहाणे की कप्तानी में चुनौती पेश करेगी मुंबई की टीम
मुंबई की टीम में सरफराज खान को भी चुना गया है। अगर उन्हें बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट की प्लेइंग इलेवन में नहीं चुना जाता है, तो वह मुंबई की टीम से खेल सकते हैं। मुंबई की टीम: अजिंक्य रहाणे (कप्तान), पृथ्वी शॉ, आयुष म्हात्रे, मुशीर खान, श्रेयस अय्यर, सिद्धेश लाड, सूर्यांश शेडगे, हार्दिक तमोरे (विकेटकीपर), सिद्धांत अद्धतराव, सरफराज खान, शम्स मुलानी, तनुश कोटियन, हिमांशु सिंह, शार्दुल ठाकुर, मोहित अवस्थी, मोहम्मद जुनेद खान और रॉयस्टन डायस।
कैसा है ईरानी कप का इतिहास?
'ईरानी कप' की शुरुआत वर्ष 1959-60 में हुई थी। यह क्रिकेट टूर्नामेंट हर साल वर्तमान रणजी ट्रॉफी विजेता टीम और शेष भारत टीम के बीच खेला जाता है। रणजी ट्रॉफी चैंपियनशिप के 25 वर्ष पूरे होने पर इस टूर्नामेंट की नींव रखी गई थी। इस टूर्नामेंट का नाम भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के पूर्व प्रशासक ZR ईरानी के नाम पर रखा गया था, जो बोर्ड में लंबे समय तक अध्यक्ष और कोषाध्यक्ष समेत कई अहम पदों पर रहे थे।
ईरानी कप से जुड़े कुछ प्रमुख रिकॉर्ड्स
ईरानी कप इतिहास में उच्चतम स्कोर (800/7) का रिकॉर्ड विदर्भ (2018) के नाम दर्ज है। इस टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड वसीम जाफर (1,294) के नाम दर्ज है। उनके बाद गुंडप्पा विश्वनाथ (1,001) हैं। अब तक ये दो ही बल्लेबाज 1,000 से अधिक रन बना सके हैं। सर्वाधिक विकेट लेने का रिकार्ड पद्माकर शिवालकर (51) के नाम दर्ज है, जो 50 से अधिक विकेट लेने वाले इकलौते गेंदबाज हैं। उनके बाद भगवत चंद्रशेखर (40) का नाम है।