IPL 2020: कोरोना के प्रकोप के बीच रद्द होने की कगार पर है टूर्नामेंट
कोरोना वायरस के चलते इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) को पहले ही 15 अप्रैल तक के लिए आगे बढ़ा दिया गया है और उसके बाद से ही लीग के आयोजन पर संशय बना हुआ है। मंगलवार को यह संशय और भी बढ़ गया जब BCCI ने फ्रेंचाइजियों के साथ कोरोना के बारे में आगे की तैयारी को लेकर की जाने वाली बात के लिए अपनी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग को भी रद्द कर दिया।
रद्द होने की ओर बढ़ रहा है है IPL
कोरोना का असर लगातार बढ़ रहा है और अब तक यह दुनियाभर में 16,000 से ज़्यादा लोगों की जान ले चुका है। इसके प्रकोप को देखते हुए अब IPL संभवतः रद्द होने की ओर बढ़ रहा है। भारत में अब तक कोरोना के 450 से ज़्यादा मामले आ चुके हैं और नौ लोगों की इससे मौत हो चुकी है। कोरोना के प्रभाव को कम करने के लिए पूरे भारत में 31 मार्च तक लॉकडाउन किया गया है।
मानवता पहले और बाकी चीजें बाद में आती हैं- नेस वाडिया
KXIP के सहमालिक नेस वाडिया ने PTI से कहा, "मानवता पहले है और बाकी चीजें बाद में आती हैं। परिस्थिति में अब तक सुधार नहीं आया है तो इस बारे में बात करना उचित नहीं होगा। यदि IPL नहीं भी होता है तो कोई बात नहीं।" एक अन्य ऑफिशियल ने कहा, "किसी भी चीज के बारे में बात करने का कोई औचित्य नहीं है। पूरा देश लॉकडाउन में है। हमें IPL के अलावा अन्य जरूरी मुद्दों पर बात करनी चाहिए।"
मैं IPL के बारे में सोच भी नहीं सकता - वाडिया
दुनिया की सबसे बड़ी टी-20 लीग का आयोजन 29 मार्च से मुंबई में शुरु होना था। वाडिया ने कहा, "फिलहाल मैं IPL के बारे में सोच भी नहीं सकता हूं। अन्य सभी चीजों के सामने इसका कोई मतलब नहीं है। एक चीज जिसका अभी मतलब है वह है कि हम किस माहौल में जी रहे हैं और वह तीसरे विश्वयुद्ध जैसी स्थिति है जिसमें हम ज़्यादा से ज़्यादा लोगों की मदद करने की कोशिश कर रहे हैं।"
क्यों रद्द होने की कगार पर है IPL?
BCCI के एक ऑफिशियल ने कहा, "यदि ओलंपिक को एक साल के लिए स्थगित किया जा सकता है तो फिर IPL इसके सामने काफी छोटी चीज है। इसका आयोजन करना काफी कठिन होता जा रहा है।"
BCCI के पास है मई के पहले हफ्ते तक का समय
कोरोना वायरस का प्रभाव भारत में यदि अप्रैल के अंत तक भी कम हो जाता है तो फिर IPL का आयोजन संभव होगा। BCCI के ऑफिशियल के मुताबिक यदि मई के पहले हफ्ते में भी लीग को शुरु करा लिया जाता है तो फिर इसे पूर्णरूप से आयोजित किया जा सकेगा। हालांकि, इससे ज़्यादा देरी होने के बाद लीग का आयोजन कर पाना संभव नहीॆ होगा। IPL 2020 को 2009 की तर्ज पर कम मैदानों में कराया जा सकता है।
रद्द हुआ IPL तो होगा लगभग 3,500 करोड़ रूपये का घाटा
यदि IPL को रद्द करना पड़ा तो कुल 3,500 करोड़ रूपये तक का घाटा हो सकता है। इसमें BCCI को अकेले 2,000 करोड़ रूपये तक घाटा हो सकता है। फ्रेंचाइजियों को भी बोर्ड से मिलने वाले 100 करोड़ रूपये की ब्राडकास्ट रेवेन्यू का घाटा होगा।