टेस्ट क्रिकेट: इन भारतीय खिलाड़ियों ने खेले 100 से ज्यादा मैच, लेकिन कभी नहीं बने कप्तान
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 का गाबा टेस्ट ड्रॉ रहा। मैच के बाद भारतीय क्रिकेट टीम की ओर से चौंकाने वाली खबर सामने आई। दिग्गज स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। वह भारत के लिए 106 टेस्ट, 116 वनडे और 65 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले। हालांकि, वह कभी कप्तान नहीं रहे। ऐसे में आइए उन भारतीय खिलाड़ियों के बारे में जानते हैं, जिन्होंने 100 से ज्यादा टेस्ट तो खेले, लेकिन कभी कप्तान नहीं बन पाए।
वीवीएस लक्ष्मण (134 टेस्ट)
पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण सूची में पहले स्थान पर हैं। वह भारत के लिए 134 टेस्ट खेले, लेकिन कभी कप्तानी नहीं कर पाए। उन्होंने पहला टेस्ट मैच साल 1996 में दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के खिलाफ खेला था। आखिरी बार वह 2012 में टेस्ट मैच खेलते हुए नजर आए थे। लक्ष्मण ने भी अपना आखिरी टेस्ट मैच कंगारू टीम के खिलाफ ही खेला था। उन्होंने 134 मैच की 225 पारियों में 45.97 की औसत से 8,781 रन बनाए थे।
रविचंद्रन अश्विन (106 टेस्ट)
अश्विन उन खिलाड़ियों में से हैं जो मैदान पर सबसे ज्यादा अपने दिमाग का उपयोग करने के लिए जाने जाते रहे हैं। इसके बावजूद 106 टेस्ट मैच खेलने के बाद भी वह कप्तान नहीं बन पाए। उन्होंने 24 की औसत से 537 विकेट लिए। इस खिलाड़ी ने टेस्ट करियर में 37 बार 5 विकेट हॉल लिए और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 7/59 विकेट का रहा। अश्विन ने अपना पहला मैच साल 2011 में वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के खिलाफ खेला था।
इशांत शर्मा (105 टेस्ट)
तेज गेंदबाज इशांत शर्मा सूची में तीसरे स्थान पर हैं। हालांकि, अब तक इस खिलाड़ी ने संन्यास नहीं लिया है। 36 साल के इशांत ने 105 टेस्ट मैच खेले हैं, लेकिन वह कभी कप्तान नहीं बन पाए। 32.40 की औसत से उनके नाम 311 विकेट है। उन्होंने 11 बार 5 विकेट हॉल लिए हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 7/74 का रहा है। इशांत ने अपना पहला टेस्ट साल 2007 में बांग्लादेश क्रिकेट टीम के खिलाफ खेला था।
हरभजन सिंह (103 टेस्ट)
भारतीय टीम के पूर्व स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह ने अपना पहला टेस्ट साल 1998 में ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के खिलाफ खेला था। आखिरी बार वह 2015 में श्रीलंका क्रिकेट टीम के खिलाफ खेलते हुए नजर आए थे। हरभजन ने अपने टेस्ट करियर में 103 मुकाबले खेले, लेकिन कभी कप्तान नहीं बन पाए। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 32.46 की औसत से गेंदबाजी की और 417 विकेट लिए। इस खिलाड़ी ने 25 बार 5 विकेट हॉल लिए थे।
चेतेश्वर पुजारा (103 टेस्ट)
भारत के लिए 103 टेस्ट खेल चुके चेतेश्वर पुजारा भी इस सूची में हैं और कभी कप्तान नहीं बन पाए। उन्होंने अपना पहला टेस्ट साल 2010 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था। हालांकि, 36 साल के हो चुके पुजारा ने अब तक टेस्ट से संन्यास नहीं लिया है। उन्होंने 103 मैच की 176 पारियों में 43.60 की औसत से 7,195 रन बनाए हैं। उनके बल्ले से 19 शतक और 35 अर्धशतक निकले हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 206* रन रहा है।