भारतीय गेंदबाज जिन्होंने 20 साल से कम उम्र में एक टेस्ट में चटकाए हैं 10+ विकेट
हाल ही में भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा ने न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज के तीसरे टेस्ट में कुल 10 विकेट चटकाए। उन्होंने अपने बेमिसाल टेस्ट करियर में सिर्फ तीसरी बार 10 या अधिक विकेट (दोनों पारियों को मिलाकर) लेने का कारनामा किया। टेस्ट क्रिकेट में किसी मैच में 10 विकेट लेना गेंदबाज के लिए उपलब्धि मानी जाती है। उन भारतीय गेंदबाजों के बारे में जानते हैं, जिन्होंने 20 साल से कम उम्र में 10+ विकेट लिए हैं।
लक्ष्मण शिवरामकृष्णन (18 साल और 333 दिन)
साल 1984 में पूर्व लेग स्पिनर लक्ष्मण शिवरामकृष्णन ने इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ वानखेड़े स्टेडियम में हुए टेस्ट की पहली पारी में 64 रन देते हुए 6 विकेट लिए थे। इसके बाद दूसरी पारी के दौरान उन्होंने 117 रन देते हुए 6 ही सफलताएं हासिल की थी। उनकी घातक गेंदबाजी के चलते ही इंग्लिश टीम अपनी दोनों पारियों में क्रमशः 195 और 317 रन पर सिमट गई और भारत ने उस मैच को 8 विकेट से जीता था।
नरेंद्र हिरवानी (19 साल और 85 दिन)
भारत के पूर्व लेग स्पिनर नरेंद्र हिरवानी ने 1988 में वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के खिलाफ अद्भुत गेंदबाजी की थी। उन्होंने कैरेबियाई टीम की पहली पारी में 61 रन देते हुए 8 विकेट लिए थे। इसके बाद दूसरी पारी में उन्होंने 75 रन देते हुए 8 सफलताएं हासिल की थी। हिरवानी (16/10) के यह आंकड़े आज भी किसी टेस्ट में भारत का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन है। भारत ने उस मैच में 255 रन से जोरदार जीत दर्ज की थी।
श्रीनिवास वेंकटराघवन (19 साल और 332 दिन)
पूर्व ऑफ स्पिनर श्रीनिवास वेंकटराघवन ने 1965 में न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ जीत में अहम भूमिका निभाई थी। तब युवा वेंकटराघवन ने कीवी टीम की पहली पारी में 72 रन देते हुए 8 विकेट लिए थे। इसके बाद दूसरी पारी में इस गेंदबाज ने 80 रन देते हुए 4 सफलताएं हासिल की थी। भारत ने उस मैच में 7 विकेट से जीत दर्ज की थी। मैच में मंसूर अली खान पटौदी और दिलीप सरदेसाई ने शतक भी लगाए थे।
इनामुल हक जूनियर के नाम दर्ज है विश्व रिकॉर्ड
बांग्लादेश के इनामुल हक जूनियर (18 साल और 40 दिन) के नाम पर सबसे युवा गेंदबाज के तौर पर टेस्ट में 10+ विकेट लेने का रिकॉर्ड दर्ज है। बाएं हाथ के पूर्व स्पिनर रहे इनामुल ने 2005 में जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के विरुद्ध टेस्ट में कुल 12 विकेट लिए थे। उन्होंने पहली पारी में 7 और दूसरी पारी में 5 सफलताएं हासिल की थी। ढाका में खेला गया वो मुकाबला ड्रॉ रहा था।