टेस्ट क्रिकेट: घरेलू सरजमीं पर सबसे ज्यादा हार झेलने वाले भारतीय कप्तान
भारतीय क्रिकेट टीम और न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के बीच दूसरे टेस्ट मैच में रोहित शर्मा की टीम को 113 रन से हार मिली। पहले टेस्ट मैच में भी भारतीय टीम का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था और उस मुकाबले में भी टीम को 8 विकेट से हार मिली थी। रोहित की कप्तानी में भारतीय सरजमीं पर ये चौथी टेस्ट हार है। आइए उन भारतीय कप्तानों के बारे में जानते हैं, जिन्हें घरेलू सरजमीं पर सबसे ज्यादा हार मिली है।
मंसूर अली खान पटौदी (9 हार)
सूची में पहले स्थान पर भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज मंसूर अली खान पटौदी हैं। उन्होंने 27 घरेलू मुकाबलों में भारत की कप्तानी की थी। इस दौरान 9 मैच में टीम को हार का सामना करना पड़ा था। 6 मैच में भारतीय टीम को जीत मिली थी। 12 मुकाबले ड्रॉ पर समाप्त हुए थे। पटौदी ओवरऑल 40 मुकाबलों में भारतीय टीम के कप्तान रहे थे। 9 मैच में टीम को जीत और 19 में उन्हें हार का सामना मिला था।
रोहित शर्मा, कपिल देव और मोहम्मद अजहरुद्दीन (4 हार)
सूची में दूसरे स्थान पर संयुक्त रूप से 3 कप्तान रोहित, कपिल देव और मोहम्मद अजहरुद्दीन हैं। रोहित ने भारत में 15 टेस्ट में कप्तानी की है और उन्हें 4 हार झेलनी पड़ी है। अजहरुद्दीन ने 20 घरेलू टेस्ट में कप्तानी की है और उन्हें 4 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है। कपिल ने भी भारतीय सरजमीं पर 20 टेस्ट मैच में कप्तानी की थी और उन्हें भी 4 मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा था।
इन कप्तानों ने झेली है 3 मुकाबलों में हार
बिशन सिंह बेदी, सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और महेंद्र सिंह धोनी संयुक्त रूप से इस सूची में तीसरे स्थान पर हैं। बेदी ने भारतीय सरजमीं पर 8 मैचों में कप्तानी की थी और 3 मुकाबले हारे थे। तेंदुलकर ने 12 मैचों में 3 हार झेली थी। गांगुली ने भारत में 21 टेस्ट मैचों में कप्तानी की थी और वह 3 मुकाबले हारे थे। धोनी ने भारतीय सरजमीं पर 30 टेस्ट में कप्तानी की थी और 3 मुकाबले हारे थे।
विराट कोहली (2 हार)
सूची में चौथे स्थान पर विराट कोहली हैं। इस खिलाड़ी ने भारतीय सरजमीं पर 31 मैचों में कप्तानी की थी। इस दौरान टीम को सिर्फ 2 मैच में हार मिली थी। 2014 से 2022 तक कोहली भारतीय टीम के कप्तान रहे और इस दौरान टीम ने घर में एक भी टेस्ट सीरीज नहीं हारी। भारत के लिए 68 टेस्ट में कप्तानी करने वाले कोहली ने 40 मुकाबले जीते थे और टीम को 17 में हार का सामना करना पड़ा था।