भारत बनाम न्यूजीलैंड, तीसरा टेस्ट: वानखेड़े स्टेडियम मुंबई के दिलचस्प आंकड़े और अहम जानकारी
भारतीय क्रिकेट टीम और न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के बीच 3 मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाएगा। सीरीज में भारतीय टीम 2-0 से पीछे है, ऐसे में वह यह मुकाबला जीतकर क्लीन स्वीप से बचना चाहेंगे। कीवी टीम ने इस सीरीज में कमाल का खेल दिखाया है। वह आखिरी मैच में भी कड़ी टक्कर देंगे। ऐसे में आइए इस मैदान के आंकड़ों पर एक नजर डाल लेते हैं।
वानखेड़े स्टेडियम का इतिहास
वानखेड़े स्टेडिमय वर्ष 1974 में बनकर तैयार हुआ था। यहां पहला अंतरराष्ट्रीय मैच 1975 में भारत और वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के बीच खेला गया था, जो एक टेस्ट मैच था। स्टेडियम के परिसर में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) और मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) का मुख्यालय स्थित है। स्टेडियम की दर्शक क्षमता लगभग 55,000 की है। स्टेडियम का नाम राजनेता सेशराव कृष्णराव वानखेड़े के नाम पर रखा गया है, जो एक बेहतरीन क्रिकेट प्रबंधक भी थे।
कैसा रहता है वानखेड़े स्टेडियम की पिच का बर्ताव?
वानखेड़े स्टेडियम की पिच अमूमन बल्लेबाजी के मुफिद रहती है। यहां की पिच लाल मिट्टी से बनी है, जिससे उछाल अच्छा मिलता है और गेंद आसानी से बैट पर आती है। यहां स्पिनरों को भी विकेट चटकाने के लिए मशक्कत करनी पड़ती है। पिच में घास भी नहीं होती है, जिससे तेज गेंदबाजों को भी कम ही मदद मिलती है। यहां टॉस की भूमिका काफी अहम रहती है। कप्तान टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करना पसंद करते हैं।
इस मैदान पर कैसे हैं दोनों टीमों के आंकड़े?
भारतीय टीम ने यहां 26 टेस्ट खेले हैं, जिसमें से 12 में जीत और 7 में हार मिली है। 7 मुकाबले ड्रॉ रहे हैं। कीवी टीम ने इस मैदान पर 3 टेस्ट खेले हैं जिसमें से 1 मैच में जीत और 2 में हार का सामना करना पड़ा है। दोनों टीमों के बीच यहां पहला मुकाबला 1976 में खेला गया था। भारतीय टीम ने कीवी टीम के खिलाफ यहां 3 मैच खेले हैं और उसे 2 में जीत मिली है।
सबसे ज्यादा रन और विकेट लेने वाले खिलाड़ी
सुनील गावस्कर ने इस मैदान पर सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाए हैं। उनके बल्ले से 11 मैच की 20 पारियों में 56.10 की औसत से 1,122 रन निकले हैं। सक्रिय खिलाड़ियों में विराट कोहली ने इस मैदान पर 5 टेस्ट की 8 पारियों में 58.62 की औसत से 469 रन बनाए हैं। रविचंद्रन अश्विन और अनिल कुंबले ने संयुक्त रूप से इस मैदान पर सबसे ज्यादा 38-38 विकेट लिए हैं। कपिल देव के नाम इस मैदान पर 28 विकेट है।