टी-20 सीरीज: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय टीम कहां रही मजबूत और कहां पड़े कमजोर?
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट टीम ने पांचवें और आखिरी टी-20 मुकाबले में रविवार को ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम को 6 विकेट से हराकर सीरीज 4-1 से अपने नाम कर ली।
दोनों टीम के कई प्रमुख खिलाड़ी इस सीरीज का हिस्सा नहीं थे।
अगले साल होने वाले टी-20 विश्व कप को देखते हुए भारतीय टीम के कई युवा खिलाड़ी चयनकर्ताओं को प्रभावित करना चाहते थे।
ऐसे में आइए इस सीरीज में टीम का मजबूत पक्ष और कमजोर पक्ष जान लेते हैं।
प्रदर्शन
भारत के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों का प्रभावशाली प्रदर्शन
इस सीरीज में भारतीय टीम में शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों ने कमाल का प्रदर्शन किया है। जहां रुतुराज गायकवाड़ ने सीरीज में शतक जड़ा तो वहीं यशस्वी जायसवाल ने पॉवरप्ले के ओवरों में ही अर्धशतक जड़ दिया।
गायकवाड़ ने सीरीज में 224 रन तो यशस्वी ने 138 रन बनाए। ईशान किशन ने 3 मैच खेले और 2 बार अर्द्धशतक बनाकर लौटे।
श्रेयस अय्यर ने भी 2 मैचों में 1 अर्धशतक लगाया।
फिनिशर
जितेश, रिंकू ने फिनिशर की भूमिका निभाई
भारतीय टीम के 2 युवा खिलाड़ी जितेश शर्मा और रिंकू सिंह ने फिनिशर के रूप में सीरीज में कमाल का प्रदर्शन किया।
रिंकू ने तो 175 की धमाकेदार स्ट्राइक रेट से 105 रन बना दिए। वह इस सीरीज में सिर्फ 2 बार ही आउट हुए।
जितेश ने 2 पारियों में 35 और 24 रन के स्कोर बनाए। रिंकू घरेलू क्रिकेट हो या भारतीय टीम जब भी उन्हें मौका मिलता है वह बल्ले से अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
जानकारी
सिर्फ 1 मैच में कमाल दिखा पाए सूर्यकुमार यादव
सीरीज के पहले मैच में 80 रन बनाने के बाद सूर्यकुमार कोई बड़ी पारी नहीं खेल पाए। उनके बल्ले से 19, 39, 1, और 5 के स्कोर निकले। हालांकि, उनकी कप्तानी इस पूरे सीरीज में अच्छी रही। उन्होंने अपने मैदानी फैसलों से काफी प्रभावशाली किया।
तेज
तेज गेंदबाजों का प्रदर्शन नहीं रहा कुछ खास
इस सीरीज में जमकर रन बने और दोनों खेमों के गेंदबाजों ने खूब रन खर्च किए। प्रसिद्ध कृष्णा के लिए यह सीरीज बेहद खराब रही और उन्होंने 13.25 की इकॉनमी रेट से सिर्फ 3 विकेट लिए।
पॉवरप्ले में उनकी इकॉनमी रेट बढ़कर 16.33 की हो गई थी।
इस बीच पिछले साल टी-20 विश्व कप में टीम के सदस्य रहे अर्शदीप सिंह ने इतने ही मैचों में 4 विकेट लिए और उनकी इकॉनमी रेट 10.68 की रही।
प्रभावित
इन गेंदबाजों ने किया प्रभावित
भारतीय तेज गेंदबाजों में मुकेश कुमार सबसे प्रभावशाली रहे, उन्होंने 4 विकेट 9.12 की इकॉनी रेट से लिए। आखिरी ओवरों (16-20) में उनका इकॉनमी रेट सिर्फ 8.57 का रहा।
बीच के ओवरों में स्पिनर रवि बिश्नोई और अक्षर पटेल का प्रदर्शन सनसनीखेज रहा। बिश्नोई ने सीरीज में सबसे अधिक 9 विकेट झटके और उनकी इकॉनमी रेट 8.20 की रही।
अक्षर ने तो सिर्फ 6.2 की इकॉनमी रेट से गेंदबाजी की और 6 विकेट झटके।