भारतीय दल में शामिल किए गए दीपक चाहर के टी-20 पावरप्ले में कैसे हैं आंकड़े?
क्या है खबर?
अनुभवी तेज गेंदबाज दीपक चाहर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंतिम 2 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल किया गया है।
उन्होंने भारतीय दल में मुकेश कुमार का स्थान लिया है, जिन्होंने अपनी शादी समारोह के लिए छुट्टी ली थी।
चाहर टी-20 प्रारूप में नई गेंद के साथ शानदार प्रदर्शन करते रहे हैं। उन्होंने भारत के लिए आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच दिसंबर, 2022 में खेला था।
आइए उनके टी-20 क्रिकेट में पावरप्ले आंकड़ों के बारे में जानते हैं।
पावरप्ले
पावरप्ले में चाहर के नाम है 64 विकेट
टी-20 क्रिकेट मैचों में कुल मिलाकर चाहर ने 95 पारियों में 7.7 की इकॉनमी रेट से 64 पावरप्ले विकेट लिए हैं।
इन आंकड़ों में उनके 11 टी-20 अंतरराष्ट्रीय विकेट भी शामिल हैं और इस दौरान उनकी इकॉनमी रेट (7.17) प्रभावशाली रही है।
31 वर्षीय खिलाड़ी के नाम 24 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 8.17 की इकॉनमी से 29 विकेट दर्ज हैं।
उनका 6/7 विकेट (बनाम बांग्लादेश क्रिकेट टीम) गेंदबाजी विश्लेषण टी-20 अंतरराष्ट्रीय (केवल पूर्ण सदस्य टीम के खिलाड़ियों) में सर्वश्रेष्ठ है।
उपलब्धि
IPL 2018 के बाद से पावरप्ले में तीसरे सर्वाधिक विकेट
चाहर इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में नई गेंद से बल्लेबाजों के लिए लगातार खतरा बने हुए हैं।
वह 2018 में चेन्नई सुपरकिंग्स (CSK) में शामिल हुए थे और तब से अब तक फ्रेंचाइजी के लिए 71 विकेट ले चुके हैं।
IPL 2018 के बाद से चाहर (52) पावरप्ले में तीसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं।
इस सूची में चाहर से आगे तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार (61) और संदीप शर्मा (55) हैं।
रिपोर्ट
एक IPL सीजन में पावरप्ले में सर्वाधिक डॉट गेंदें
दाएं हाथ के गेंदबाज चाहर ने IPL 2019 में पावरप्ले में 162 डॉट गेंदें फेंकी थी।
यह अभी भी एक IPL संस्करण में पावरप्ले में सबसे अधिक डॉट गेंदें फेंकने का रिकॉर्ड है।
मोहम्मद शमी IPL 2023 में गुजरात टाइटंस (GT) के लिए 152 डॉट गेंदों के साथ दूसरे स्थान पर हैं।
पंजाब किंग्स (PBKS) के लिए IPL 2012 में प्रवीण कुमार ने 139 डॉट गेंदें फेंकी थी जिसके चलते वह तीसरे स्थान पर हैं।
रिपोर्ट
चाहर के एकादश में शामिल होने की कितनी संभावना?
चाहर को भारतीय दल में तो शामिल कर लिया गया है, लेकिन क्या उन्हें एकादश में भी जगह मिलेगी?
संभावना है कि टीम प्रबंधन उन्हें मौका दे सकता है क्योंकि इस सीरीज में कई भारतीय गेंदबाजों को संघर्ष करना पड़ा है।
प्रसिद्ध कृष्णा को पिछले मैच में जमकर मार (4 ओवर, 68 रन) पड़ी थी। इससे चाहर की संभावना बढ़ गई है।
चाहर के पक्ष में यह बात भी जाती है कि वह बल्ले से भी योगदान दे सकते हैं।