भारत ने पिछले एक दशक में घर में जीती हैं 15 टेस्ट सीरीज, जानिए आंकड़े
भारतीय क्रिकेट टीम ने पिछले कुछ समय से टेस्ट क्रिकेट में बेहतरीन खेल दिखाया है। इस समय ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के खिलाफ खेली जा रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में फिलहाल भारत 2-0 से आगे चल रहा है। पिछले कुछ समय से भारतीय टीम ने घरेलू टेस्ट सीरीज में अपना वर्चस्व बनाकर रखा है। पिछले चार दशकों में भारत दौरे पर टेस्ट सीरीज जीतना विपक्षी टीमों के लिए कड़ी चुनौती रहा है। आइए भारत के वर्चस्व को आंकड़ों के जरिए जानते हैं।
पिछले 36 सालों में सिर्फ 4 घरेलू टेस्ट सीरीज हारा है भारत
पिछले 36 सालों में केवल 4 विदेश कप्तान ही भारत में टेस्ट सीरीज में जीत दर्ज कर सके हैं। इमरान खान के नेतृत्व में पाकिस्तान ने 1987 में 1-0 से सीरीज जीती थी। उसके बाद साल 2000 में हैंसी क्रोन्ये की कप्तानी में दक्षिण अफ्रीका ने 2-0 से जीत दर्ज की थी। एडम गिलक्रिस्ट की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने 2004 में 2-1 से और एलिस्टेयर कुक की अगुवाई में इंग्लिश टीम ने 2012 में 2-1 से सीरीज जीती थी।
भारत ने पिछले एक दशक में जीती हैं हैं 15 घरेलू टेस्ट सीरीज
इंग्लैंड से 2012 में टेस्ट सीरीज गंवाने के बाद से पिछले एक दशक में भारत ने घर पर खेलते हुए अब तक 15 टेस्ट सीरीज अपने नाम की है। इस अंतराल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, वेस्टइंडीज, बांग्लादेश, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका और न्यूजीलैंड को 2-2 बार और अफगानिस्तान क्रिकेट टीम को एक बार हराया है। दिलचस्प बात यह है कि इस पूरे दशक में भारतीय टीम को सिर्फ 2 टेस्ट मैचों में ही हार मिली है।
पिछले एक दशक में लाजवाब रहा है भारत का जीत प्रतिशत
इंग्लैंड के खिलाफ हार के बाद से भारत ने घर पर खेलते हुए 44 में से 36 टेस्ट अपने नाम किए हैं। इसी तरह 6 ड्रॉ रहे और 2 में हार मिली है। इस दौरान भारत का जीत प्रतिशत 81 रहा है। भारत की ओर से महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली और रोहित शर्मा ने कप्तानी की है। एक दशक में भारत से बेहतर जीत प्रतिशत सिर्फ ऑस्ट्रेलिया (82) का दूसरे विश्व युद्ध (1937 से 1951) के आस-पास रहा था।
इन भारतीय खिलाड़ियों ने दिया अहम योगदान
भारत के पिछले एक दशक में टेस्ट सीरीज में अजेय रहने के क्रम में कोहली का जबरदस्त योगदान रहा। उन्होंने इस अवधि में 60.85 की औसत से 3,408 रन बनाए हैं। इस बीच चेतेश्वर पुजारा ने 50.11 की औसत के साथ 3,007 रन बनाए हैं। इस अंतराल में रविंद्र जडेजा ने बल्ले से 42 की औसत से 1,541 रन और गेंदबाजी में 186 विकेट लिए हैं। रविचंद्रन अश्विन ने बल्ले से 1,249 रन और गेंदबाजी में 272 विकेट लिए हैं।
इन टीमों का भी अतीत में रहा है वर्चस्व
ऑस्ट्रेलिया ने 1997 से लेकर 2008 तक स्टीव वॉ और रिकी पोंटिंग की कप्तानी में कुल 68 मैचों में से 52 में जीत हासिल की थी, इस दौरान कंगारू टीम का जीत प्रतिशत 76 का रहा था, लेकिन वो भारत में जीत हासिल नहीं कर पाए। घर में हराने वाली सबसे मुश्किल टीम वेस्टइंडीज भी रह चुकी है, जो 23 साल तक अपराजित रही थी। उन्होंने इस अवधि में कुल 94 मैचों में से केवल 47 मैच जीते थे।