भारत-न्यूजीलैंड सेमीफाइनल मैच पर बारिश का साया, जानें क्या होगा अगर मैच हुआ रद्द
2019 क्रिकेट विश्व कप का पहला सेमीफाइनल मुकाबला भारत और न्यूजीलैंड के बीच 9 जुलाई को ओल्ड ट्रैफर्ड में खेला जाएगा। टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करने वाली भारतीय टीम इस मैच में जीत की प्रबल दावेदार मानी जा रही है, लेकिन मौसम विभाग के अनुसार वहां बारिश के पूरे आसार हैं। जानिए अगर सेमीफाइनल मैच बारिश में धुल जाता है, तो दोनों में कौन सी टीम फाइनल में प्रवेश करेगी। साथ ही क्या है बारिश को लेकर ICC का नियम।
सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबलों के लिए रखा गया है रिज़र्व-डे
2019 क्रिकेट विश्व कप में अगर सेमीफाइनल या फाइनल मुकाबले में बारिश होती है, तो मैच अगले दिन (रिज़र्व-डे) खेला जाएगा। इस तरह अगर मंगलवार को भारत-न्यूजीलैंड मैच नहीं होता है, तो बुधवार को पहला सेमीफाइनल खेला जाएगा। इससे पहले यह नियम सिर्फ फाइनल में लागू होता था, लेकिन ICC ने इस बार सेमीफाइनल मुकाबलों में भी रिज़र्व-डे रखा है। हालांकि, लीग स्टेज में मैच बारिश से धुल जाने पर दोनों टीमों को 1-1 प्वाइंट देने का प्रावधान था।
रिज़र्व-डे पर भी हैं बारिश के आसार
मौसम विभाग के अनुसार, ओल्ड ट्रैफर्ड में 10 जुलाई यानी रिज़र्व-डे पर भी बारिश के आसार हैं। ऐसे में अगर रिज़र्व-डे पर भी बारिश होती है और मैच नहीं हो पाता है, तो लीग स्टेज में ज़्यादा प्वाइंट्स होने के कारण भारत फाइनल में पहुंच जाएगा। ICC के नियम के मुताबिक अगर सेमीफाइनल में रिज़र्व-डे पर बारिश होती है और मैच नहीं होता है, तो प्वाइंट टेबल में जो टीम आगे होगी, वो फाइनल में प्रवेश करेगी।
लीग स्टेज में बारिश में धुल गया था भारत और न्यूजीलैंड का मुकाबला
दिलचस्प बात यह है कि लीग स्टेज में भारत और न्यूजीलैंड के बीच 13 जून को खेला जाने वाला मुकाबला भी बारिश की भेंट चढ़ गया था। जिसके बाद नियमों के मुताबिक दोनों टीमों को 1-1 प्वाइंट दे दिया गया था।
अगर फाइनल-सेमीफाइनल हुआ टाई या बारिश के कारण नहीं हुआ फाइनल
2019 क्रिकेट विश्व कप में अगर फाइनल या कोई सेमीफाइनल मैच टाई होता है, तो उसका परिणाम निकालने के लिए सुपर ओवर खेला जाएगा। अगर फाइनल मैच बारिश के कारण नहीं हुआ, तो मैच अगले दिन (रिज़र्व-डे) होगा। अगर अगले दिन (रिज़र्व-डे) भी बारिश होती है और मैच नहीं हो पाता है, तो मैच को रद्द घोषित करके दोनों टीमों को संयुक्त विजेता घोषित किया जाएगा। हालांकि, विश्व कप के इतिहास में अभी तक ऐसा नहीं हुआ है।