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हॉकी: खेती से लेकर भारतीय टीम का कप्तान बनने तक, जानिए कैसा रहा हरमनप्रीत का सफर
हॉकी विश्व कप में हरमनप्रीत सिंह भारतीय टीम के कप्तान हैं (फोटो: ट्विटर/@13harmanpreet)

हॉकी: खेती से लेकर भारतीय टीम का कप्तान बनने तक, जानिए कैसा रहा हरमनप्रीत का सफर

Jan 22, 2023
12:40 pm

क्या है खबर?

ओडिशा में चल रहे हॉकी विश्व कप में भारतीय हॉकी टीम शानदार प्रदर्शन कर रही है। अभी तक टीम एक भी मैच नहीं हारी है। कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने भी अपने खेल से सबको प्रभावित किया है। उनका जन्म 6 जनवरी, 1996 को पंजाब के अमृतसर के जंडियाला गुरु बस्ती में एक किसान परिवार में हुआ था। बचपन में वह परिवार के साथ खेतों में जाते और उनकी मदद करते थे। आइए उनके सफर पर एक नजर डालते हैं।

सफर

गाड़ी के गियर से हॉकी स्टिक तक का सफर

हरमनप्रीत के पिता अक्सर उन्हें भारी गाड़ी चलाने को कहते थे। जंग लगी गियर को वो ठीक से चला नहीं पाते और काफी संघर्ष करते थे। इसका फायदा उनको मिला और उनके हाथ मजबूत हो गए। इससे अब उन्हें ड्रैग फ्लिक में आसानी होती है। यही कारण है कि जल्द ही गियर स्टिक हॉकी स्टिक में बदल गया। हरमनप्रीत 2011 में जालंधर के सुरजीत अकादमी में शामिल हो गए। उन्होंने गगनप्रीत सिंह और सुखजीत सिंह से हॉकी के गुर सीखे।

डेब्यू

2011 में किया जूनियर टीम के लिए डेब्यू

हरमनप्रीत ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए गए इंटरव्यू में कहा था, "अभ्यास सेशन के बाद मैं अपने कोच को ड्रैग फ्लिक पर काम करते देखा करता था। वहीं से मैंने अपने खेल पर काम करना शुरू किया। मैं अलग-अलग टूर्नामेंट में हिस्सा लेता रहा। यहीं जूनियर कैंप के दौरान कोचों की नजर मुझपर पड़ी।" उन्होंने साल 2011 में सुल्तान जोहोर कप में जूनियर नेशनल टीम के लिए डेब्यू किया था। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

सफर

जूनियर टीम से सीनियर टीम का सफर

हरमनप्रीत ने युवा टीम के लिए खेलना जारी रखा और 2015 में जूनियर पुरुष एशिया कप का खिताब जीता। वहां उन्होंने 14 गोल दागे। सीनियर टीम के लिए उन्होंने 2016 में पहला मुकाबला खेला। उसी साल खेले गए रियो ओलंपिक में भी वह टीम का हिस्सा थे। FIH प्रो लीग 2021-22 में इस खिलाड़ी ने अपना 100वां अंतरराष्ट्रीय गोल किया। 18 गोल के साथ वह टूर्नामेंट के शीर्ष स्कोरर भी थे।

उपलब्धियां

हरमनप्रीत की उपलब्धियां

भारतीय कप्तान ने टोक्यो 2020 ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था। वह भारतीय टीम के लिए सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी भी रहे। वह FIH प्रो लीग 2021-22 में सबसे ज्यादा गोल दागने वाले खिलाड़ी थे।बर्मिघम में खेले गए राष्ट्रमंडल खेल में उन्होंने रजत पदक जीता था। उन्हें 2021-22 के लिए पुरुषो के FIH प्लेयर ऑफ द ईयर से नवाजा गया। आज उनकी कप्तानाी में भारतीय टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ क्रॉस-ओवर मैच खेलेगी।