घरेलू मैचों पर BCCI का फोकस, एशिया कप को लग सकता है झटका
एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) द्वारा आयोजित की जाने वाली एशिया कप टूर्नामेंट इस साल भी प्रभावित हो सकती है। पिछले साल कोरोना वायरस और अधिकतम जगहों पर लॉकडाउन लगे होने के कारण टूर्नामेंट को स्थगित करना पड़ा था। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) इस साल भी एशिया कप को झटका दे सकती है। दरअसल भारतीय बोर्ड एशिया कप के समय अन्य होम मैचों को तरजीह देने की फिराक में है।
द्विपक्षीय सीरीजों को तरजीह देना चाहती है BCCI
पिछले साल दक्षिण अफ्रीका का भारत दौरा और भारत का श्रीलंका दौरा कोरोना के कारण रद्द हो गया था। भारतीय बोर्ड लगातार कहता आ रहा है कि वह द्विपक्षीय सीरीजों को ज्यादा तरजीह देने वाला है। अप्रैल-मई में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के बाद BCCI इन दो रद्द हुई सीरीजों को आयोजित कर सकती है। इसके अलावा न्यूजीलैंड टीम को भी भारत दौरे पर बुलाया जा सकता है।
एशिया कप नहीं खेला भारत तो अन्य बोर्ड्स को होगा काफी नुकसान
यदि भारत एशिया कप में हिस्सा नहीं लेता है तो इससे अन्य बोर्ड्स और ACC दोनों को काफी नुकसान होगा। दरअसल ICC टूर्नामेंट्स के अलावा एशिया कप ही वर्तमान समय में ऐसा टूर्नामेंट है जिसमें भारत और पाकिस्तान का मुकाबला देखने को मिलता है। भारत बनाम पाकिस्तान मुकाबला नहीं हो पाना ब्रॉडकास्टर्स के लिए काफी बड़ा झटका होगा, लेकिन होम सीरीजों के साथ BCCI उनकी भरपाई करने में सक्षम है।
पिछले साल जून 2021 तक के लिए स्थगित हुआ था एशिया कप
एशिया कप 2020 सितंबर में ही खेला जाना था, लेकिन कोरोना के कारण इसे जून 2021 तक स्थगित कर दिया गया था। 2020 संस्करण की मेजबानी अधिकार पाकिस्तान के पास थी, लेकिन उन्होंने श्रीलंका से इसे बदल लिया था। जून 2021 में ACC एशिया कप आयोजित करने की कोशिश में है और इसका आयोजन श्रीलंका में कराया जाना है। हालांकि, BCCI ने लोगों के तनाव को बढ़ाने का काम किया है।
एशिया कप की सबसे सफल टीम है भारत
आखिरी बार साल 2018 में यूएई में एशिया कप खेला गया था, जिसमे रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम ने खिताब जीता था। फाइनल मुकाबले में भारत ने बांग्लादेश को तीन विकेट से हराया था। एशिया कप के अब तक के इतिहास में भारतीय टीम सबसे सफल रही है। भारत ने अब तक सर्वाधिक सात बार एशिया कप जीता है। इसके बाद श्रीलंका पांच एशिया कप खिताब के साथ दूसरी सबसे सफल टीम है।