ब्रिसबेन टेस्ट: सीरीज का ड्रॉ होना दो साल पहले मिली हार से भी बुरा होगा- पोंटिंग
क्या है खबर?
बॉर्डर-गावस्कर सीरीज का आखिरी टेस्ट में दोनों टीमों के पास जीत हासिल करने का मौका है।
आखिरी दिन भारत को जीतने के लिए 324 रन बनाने हैं। दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलिया को जीतने के लिए दस विकेट की जरुरत है। वहीं ब्रिसबेन टेस्ट ड्रा भी हो सकता है।
इस बीच पूर्व दिग्गज रिकी पोंटिंग का मानना है कि अगर सीरीज 1-1 से बराबरी पर रहती है तो यह ऑस्ट्रेलिया के लिए दो साल पहले मिली हार से भी बुरा होगा।
बयान
सीरीज का ड्रॉ होना शर्मनाक होगा- पोंटिंग
भारत ने अपने पिछले ऑस्ट्रेलियाई दौरे 2018/19 में सीरीज को 2-1 से जीता था। उस सीरीज में वॉर्नर और स्मिथ बॉल टेम्परिंग प्रतिबंध के चलते नहीं खेले थे।
पोंटिंग ने कहा, "सीरीज का ड्रॉ होना दो साल पहले मिली हार से भी बुरा होगा। भारत ने सीरीज में 20 खिलाड़ियों का उपयोग किया। दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलियाई टीम में डेविड वॉर्नर (अंतिम दो मैच) और स्टीव स्मिथ की वापसी हुई जबकि पिछली बार वे टीम में नहीं थे।"
बयान
भारत ने अब तक जुझारूपन दिखाया है- पोंटिंग
चोटिल खिलाड़ियों के कारण भारतीय टीम कागजों पर कमजोर नजर आ रही थी, लेकिन मेहमान टीम ने अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया है।
पोंटिंग ने आगे कहा, "भारत ने अब तक जुझारूपन दिखाया है और मुझे लगता है कि इस संघर्ष को जारी रखना कठिन है। सीरीज के आखिरी दिन ड्रॉ के लिये खेलते हुए भारत कुछ गलतियां कर सकता है। दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलिया जानता है कि उसे सीरीज जीतने के लिए अपना सब कुछ झोंक देना होगा।"
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी
ब्रिसबेन टेस्ट ड्रा रहने पर भारत के ही पास रहेगी ट्रॉफी
ब्रिसबेन में खेला जा रहा सीरीज के चौथे टेस्ट का आखिरी दिन रोचक रहने वाला है।
बता दें कि इस समय बॉर्डर-गावस्कर सीरीज 1-1 से बराबरी पर है। ऐसे में यह मुकाबला निर्णायक सिद्ध होगा।
अगर यह टेस्ट ड्रा रहता है, तो ऐतिहासिक बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी भारत के ही पास रहेगी।
अपने पिछले ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर भारत ने विराट कोहली की अगुवाई में 2-1 से सीरीज जीतकर ट्रॉफी पर कब्जा जमाया था।
मिचेल स्टार्क
ऑस्ट्रेलिया की बढ़ सकती हैं परेशानी
निर्णायक टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की परेशानी बढ़ सकती हैं। दरअसल, तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क हैमस्ट्रिंग की समस्या से जूझ रहे हैं। उनके साथी खिलाड़ी स्टीव स्मिथ ने यह जानकारी दी है।
बता दें चौथे दिन बारिश के कारण भारत की दूसरी पारी में सिर्फ 1.5 ओवर का ही खेल हो पाया, जिसमें से स्टार्क ने पहला ओवर फेंका था।
साथ ही अंतिम दिन बारिश भी हो सकती है, जिससे मैच ड्रा होने की संभावना बढ़ जाती है।