IPL 2020: UAE में BCCI के सीनियर मेडिकल ऑफिसर हुए कोरोना संक्रमित- रिपोर्ट
क्या है खबर?
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की शुरुआत होने में अब केवल 16 दिन ही बचे हैं, लेकिन नकारात्मक खबरों के आने का सिलसिला रुक नहीं रहा है।
पिछले हफ्ते चेन्नई सुपरकिंग्स (CSK) के दो खिलाड़ियों समेत 13 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले थे जिसके बाद माहौल चिंताजनक हो गया था।
अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की मेडिकल टीम के एक सीनियर ऑफिशियल के कोरोना पॉजिटिव मिलने की खबर सामने आई है।
बयान
किसी के संपर्क में नहीं आए थे पॉजिटिव मिलने मेडिकल ऑफिसर
बोर्ड के करीबी सूत्रों के हवाले से समाचार एजेंसी ANI ने इस खबर की पुष्टि की है।
सूत्र ने ANI को बताया, "खबर सच है, लेकिन सीनियर ऑफिशियल के अंदर लक्षण नहीं दिखे हैं और उन्हें आइसोलेशन में रखा गया है। वह किसी के संपर्क में नहीं आए हैं और शायद UAE की यात्रा के दौरान उन्हें संक्रमण हुआ है। उन पर नजर रखी जा रही है और उम्मीद है कि अगले राउंड की टेस्टिंग में वह स्वस्थ होंगे।"
पुराने मामले
29 अगस्त को BCCI ने दी थी 13 लोगों के संक्रमित होने की खबर
28 अगस्त को ही खबरें आ गई थीं कि दीपक चहर समेत CSK के 12 लोग कोरोना संक्रमित हैं। 29 अगस्त को रुतुराज गायकवाड़ के भी पॉजिटिव होने की बात सामने आई थी।
हालांकि, BCCI ने सीधे 29 अगस्त को 13 लोगों के पॉजिटिव होने की बात अपनी रिलीज में बताई थी।
01 सितंबर को CSK के CEO काशी विश्वनाथन ने बताया था कि उनकी टीम 13 लोगों के अलावा कोई नया मामला नहीं आया है।
क्वारंटाइन
14 दिन क्वारंटाइन में रहेंगे पॉजिटिव मिले लोग
विश्वनाथन ने बताया था कि उनकी टीम के जितने लोग पॉजिटिव पाए गए थे उनका 14 दिन बाद टेस्ट कराया जाएगा।
पॉजिटिव मिले लोग फिलहाल अलग होटल में क्वारंटाइन हैं और तीन निगेटिव टेस्ट के बाद ही वे टीम के साथ जुड़ सकेंगे।
टीम के बाकी सदस्यों के आज से ट्रेनिंग शुरु करने की उम्मीद है। दीपक चहर और रुतुराज गायकवाड़ 14 दिन और तीन निगेटिव टेस्ट के बाद ही ट्रेनिंग शुरु कर सकेंगे।
प्रोटोकॉल
BCCI ने इस प्रकार बनाई है SoP
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) द्वारा तैयार किए गए स्टैंडर्ड ऑपरेशन प्रोसीजर (SoP) के मुताबिक UAE के लिए निकलने से 96 घंटे पहले एक पीसीआर टेस्ट और एक वहां पहुंचने के बाद कराया जाना था।
वहां पहुंचने के बाद टीमें छह दिन के क्वारंटाइन में रहने वाली थी।
इसके बाद खिलाड़ियों का पहले, तीसरे और छठे दिन टेस्ट किया जाना था और तीनों में निगेटिव पाए जाने पर उन्हें टीमों से जुड़ने की इजाजत मिलनी थी।