एंड्रयू सायमंड्स द्वारा खेली गई यादगार पारियां

पूर्व ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर एंड्रयू सायमंड्स की कार दुर्घटना में मौत हो गई है। सायमंड्स अपनी कार से कहीं जा रहे थे और इसी दौरान दुर्घटना का शिकार हो गए। सायमंड्स मिडिल ऑर्डर के बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक थे और उपयोगी गेंदबाजी भी करते थे। उन्होंने साल 1998 से 2009 तक ऑस्ट्रेलिया टीम का प्रतिनिधित्व किया था। इस बीच सायमंड्स के करियर की पांच बेस्ट पारियों पर एक नजर डालते हैं।
1998 में अपना डेब्यू करने वाले सायमंड्स के करियर का बेहतरीन लम्हा 2003 विश्वकप के दौरान आया। जोहान्सबर्ग में पाकिस्तान की बेहतरीन गेंदबाजी के सामने ऑस्ट्रेलिया की मजबूत बल्लेबाजी लड़खड़ा गई थी। सायमंड्स के आने से पहले ही ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 86/4 हो चुका था। उन्होंने 125 गेंदों में ही 143 रनों की शानदार पारी खेलकर ऑस्ट्रेलिया को 310/8 के स्कोर तक पहुंचाया। इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने पाकिस्तानी टीम को 228 पर ही समेट दिया।
अपने करियर के दौरान सायमंड्स ने मैथ्यू हेडन के साथ कई बेहतरीन साझेदारियां की हैं। 2006 बॉक्सिंग डे टेस्ट के दौरान इनकी जोड़ी ने एक बार फिर कमाल दिखाया। पहली पारी में सायमंड्स जब क्रीज पर पहुंचे तो टीम का स्कोर 84/5 था। सायमंड्स और हेडन की जोड़ी ने 279 रनों की साझेदारी की, जिसमें सायमंड्स ने नाबाद 156 रनों की पारी खेली थी। मेजबान टीम ने मैच पारी और 99 रनों से अपने नाम किया था।
सायमंड्स ने सिडनी में खेले गए टेस्ट के दौरान भारत के खिलाफ अपना सर्वोच्च इंटरनेशनल स्कोर बनाया था। एक बार फिर टॉप ऑर्डर के फ्लॉप होने के बाद सायमंड्स ने अपना जलाव बिखेरा था। 226 गेंदों में नाबाद 162 रन बनाकर सायमंड्स ने ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 463 के स्कोर तक पहुंचाया। हालांकि, वह मैच सायमंड्स की बल्लेबाजी की अपेक्षा मंकीगेट प्रकरण के कारण ज़्यादा जाना जाता है।
नागपुर में खेले गए छठे वनडे मैच में सायमंड्स ने भारतीय टीम को खूब परेशान किया था। उन्होंने स्पिनर्स का सामना आसानी के साथ किया और उनके खिलाफ खुलकर शाट्स लगाए। पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने 129 के स्कोर पर चार विकेट गंवा दिए थे। सायमंड्स ने 88 गेंदों में 107 रनों की पारी खेलते हुए अपनी टीम को 317/8 के स्कोर तक पहुंचाया और बाद में भारत 299/7 ही बना सका।
वेलिंग्टन में 156 रनों की पारी खेलकर सायमंड्स ने किवी गेंदबाजों की बखिया उधेड़ दी थी। उन्होंने अपनी पारी में 12 चौके और आठ छक्के लगाए और किसी किवी गेंदबाज को नहीं बख्शा। माइकल क्लार्क ने भी नाबाद 82 रनों की पारी खेली और कंगारू टीम ने 322/5 का स्कोर खड़ा किया। मैच काफी करीबी रहा और न्यूजीलैंड ने भी बेहतरीन जवाब दिया, लेकिन ऑस्ट्रेलिया को दो रन से जीत मिली।