SBI स्कैम अलर्ट: गलत स्पेलिंग के साथ भेजे जा रहे फर्जी KYC लिंक, कैसे बचें?
क्या है खबर?
ऑनलाइन घोटाले आम होते जा रहे हैं। जालसाज आपकी व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी चुराने के लिए नए-नए तरीके इजाद कर रहे हैं।
हाल ही में रेडिट पोस्ट ने फर्जी भारतीय स्टेट बैंक (SBI) क्रेडिट कार्ड KYC अपडेट से जुड़े घोटाले का खुलासा किया।
इसमें व्हाट्सऐप स्क्रीनशॉट शेयर किए गए, जहां घोटालेबाज ने नकली SBI वेबसाइट बनाकर संवेदनशील जानकारी चुराने का प्रयास किया।
आइये जानते हैं यह स्कैम कैसे काम करता है और इससे कैसे बचा जा सकता है।
शुरुआत
इस तरह की जाती है धोखाधड़ी की शुरुआत
रेडिट पोस्ट पर दिखाई पहली स्क्रीनशॉट में व्हाट्सऐप चैट से पता चलता है, जहां साइबर अपराधी 'SBI क्रेडिट कार्ड E-KYC अपडेट' के लिए एक लिंक भेजता है।
आधिकारिक SBI वेबसाइट पर ले जाने के बजाय लिंक यूजर्स को एक साइट पर ले जाता है, जो एक फ्री वेबसाइट-निर्माण प्लेटफॉर्म Wix पर होस्ट की गई है।
इसके अलावा, ग्राहक पहचान पत्र लेबल वाला एक ID कार्ड शेयर किया जाता है, जो SBI कर्मचारियों के आधिकारिक ID कार्ड जैसा नहीं है।
त्रुटि
स्पेलिंग में जानकार छोड़ी जाती है गलती
यूजर्स जब लिंक पर क्लिक करते हैं तो उन्हें एक नकली वेब पेज पर भेज दिया जाता है, जिसमें उनसे नाम, मोबाइल नंबर और जन्म तिथि सहित व्यक्तिगत विवरण दर्ज करने के लिए कहा जाता है।
इसके बाद अगला पेज क्रेडिट कार्ड नंबर, समाप्ति तिथि और CVV जैसी संवेदनशील जानकारी का अनुरोध करता है।
इसमें 'Expiry date' की जगह 'Expari date' और 'Enter OTP' की जगह 'Intar OTP' गलत लिखा है, जो संकेत देता है कि यह वेबसाइट फेक है।
प्रतिक्रिया
यूजर्स ने क्या कहा?
इसको लेकर एक यूजर ने लिखा है, "एक्स परी है वो, घोटालेबाज अपनी एक्स की बात कर रहा है।" एक अन्य यूजर ने कहा, "वे जानबूझकर स्मार्ट लोगों को फिल्टर करने के लिए ऐसा करते हैं।"
अन्य यूजर ने मजाक में कहा, "भाई को अंग्रेजी कोचिंग क्लास और डिक्शनरी की सख्त जरूरत है।"
यूजर्स का कहना है कि स्पेलिंग में गलतियां जान-बूझकर की गई है ताकि, पढ़े-लिखे लोग इससे पीछे हट जाएं और नासमझ लोग उनके झांसे में आ जाएं।
बचाव
धोखाधड़ी से बचने के लिए करें ये काम
इस तरह के घाेटाले से बचने के लिए जरूरी है कि किसी भी कर्मचारी ID पर भरोसा न करें। जब तक आप उनके रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) कार्ड को स्कैन नहीं कर लेते हैं।
भले ही यह SBI द्वारा जारी किया गया 100 फीसदी मूल हो। यह एक पूर्व कर्मचारी का हो सकता है।
हमेशा KYC रिक्वेस्ट और लिंक की वैधता को सत्यापित करें। इसके अलावा इस तरह के धोखे से बचने के लिए जागरूक रहना जरूरी है।