ट्विटर पर म्यूजिक पब्लिशर्स ने कॉपीराइट उल्लंघन का केस किया, रखी 2,000 करोड़ रुपये की मांग
क्या है खबर?
एलन मस्क के नेतृत्व वाली ट्विटर के खिलाफ एक नया मुकदमा दायर हुआ है। 17 म्यूजिक पब्लिशर्स ने कंपनी पर म्यूजिक कॉपीराइट उल्लंघन का केस किया है।
ट्विटर पर बिना लाइसेंस के यूजर्स को म्यूजिक पोस्ट करने की अनुमति देकर सैकड़ों कॉपीराइट उल्लंघन आरोप लगा है।
पब्लिशर्स ने म्यूजिक कॉपीराइट उल्लंघन के आरोप में 2,000 करोड़ रुपये से अधिक की मांग की है।
बता दें, ट्विटर और म्यूजिक इंडस्ट्री के बीच लाइसेंसिंग समझौते की बातचीत महीनों पहले बिगड़ गई थी।
उल्लंघन
लाइसेंस फीस देने से मना करने वाली ट्विटर अकेली कंपनी- डेविड इजराइली
एक ट्रेड ग्रुप नेशनल म्यूजिक पब्लिशर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डेविड इजराइली ने एक बयान में कहा कि बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के रूप ट्विटर अकेली कंपनी है, जिसने अपनी सर्विस में लाखों गानों के लिए लाइसेंस फीस देने से पूरी तरह मना कर दिया है।
सोनी म्यूजिक, BMG राइट्स मैनेजमेंट और यूनिवर्सल म्यूजिक पब्लिशिंग ग्रुप सहित नेशनल म्यूजिक पब्लिशर्स एसोसिएशन के सदस्य लगभग 1,700 कॉपीराइट के कथित उल्लंघन के आरोप में 2,000 करोड़ रुपये से अधिक की मांग की है।
हर्जाना
प्रति उल्लंघन 1 करोड़ रुपये से अधिक की मांग
मुकदमे में रिहाना के गाने को पोस्ट करने वाले एक खास ट्वीट का भी जिक्र किया, जिसमें बिना परमिशन के उनके अंब्रेला गाने के 2 मिनट के म्यूजिक वीडियो का इस्तेमाल किया गया था।
बताया गया कि इस पोस्ट के 2,21,000 व्यू और 15,000 लाइक थे, लेकिन पब्लिशर्स से इसकी इजाजत नहीं ली गई थी। हर्जाने के तौर पर प्रति गाना लगभग 1 करोड़ रुपये से अधिक की मांग की गई है।
लाइसेंस
मुकदमे में लगाए गए ये आरोप
मुकदमे में कहा गया है कि एलन मस्क द्वारा ट्विटर को खरीदे जाने के बाद से कॉपीराइट उल्लंघन की स्थिति और भी बदतर हो गई है।
यह भी कहा गया कि टिक-टॉक, फेसबुक और यूट्यूब जैसे अन्य प्रमुख प्लेटफॉर्म पब्लिशर्स से लाइसेंस म्यूजिक लेते हैं या म्यूजिक लाइसेंस के लिए उन्हें भुगतान करते हैं।
ट्विटर पर यह भी आरोप लगे हैं कि वह बिना लाइसेंस वाले म्यूजिक पोस्ट करने वाले यूजर्स को नियमित रूप से अनदेखा करती है।
रेवेन्यू
म्यूजिक लाइसेंस के लिए चार्ज देने वाले पब्लिशर्स के साथ अन्याय- पब्लिशर्स
पब्लिशर्स ने कहा कि ट्विटर नियमों का उल्लंघन करने वाले यूजर्स को अनदेखा कर उल्लंघन को बढ़ावा देती है, जिससे इसका एंगेजमेंट और विज्ञापन रेवेन्यू बढ़ता है।
पब्लिशर्स का कहना है कि यह उन प्लेटफॉर्म के साथ अन्याय है, जो म्यूजिक लाइसेंस के लिए चार्ज देते हैं।
प्रकाशकों ने कहा कि मस्क के नियंत्रण में आने के बाद ट्विटर की कानूनी और ट्रस्ट एंड सेफ्टी टीम में भारी कटौती से म्यूजिक लाइसेंसिंग से जुड़े मामले अव्यवस्थित हैं।
किराया
ऑफिस किराया और गूगल को पेमेंट न देने के मामले
एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक, ट्विटर ने अपने ब्लफ सेंट ऑफिस का किराया नहीं दिया है।
अदालती दस्तावेजों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया कि इस मामले में एक जज ने ट्विटर को उसके ऑफिस से बेदखल करने के पेपर पर हस्ताक्षर किए हैं।
कुछ दिन पहले ही एक और मामला सामने आया था, जिसमें ट्विटर ने गूगल की क्लाउड सर्विस लेने के बाद पेमेंट देने से मना कर दिया।