दुनिया का सबसे बड़ा NFT मार्केटप्लेस ओपेनसी हुआ हैक, यूजर्स ने गंवाए करोड़ों रुपये के NFTs
क्या है खबर?
दुनिया का सबसे बड़ा नॉन-फंजिबल टोकेन्स (NFT) प्लेटफॉर्म ओपेनसी हैक होने का मामला सामने आया है।
ओपेनसी ने कन्फर्म किया है कि इसपर हुए फिशिंग अटैक में कम से कम 32 यूजर्स ने 17 लाख डॉलर (करीब 12 करोड़ रुपये) कीमत के NFTs गंवा दिए हैं।
ओपेनसी के को-फाउंडर और CEO डेविन फिंजर ने बताया है इन फिशिंग अटैक्स की बात स्वीकार की है और यूजर्स को हुए नुकसान की जानकारी भी दी है।
बयान
पिछले अफवाहों पर CEO ने दी सफाई
ओपेनसी CEO ने बताया है कि प्लेटफॉर्म पर 20 करोड़ डॉलर की हैकिंग होने से जुड़ी अफवाहों में कोई सच्चाई नहीं है।
उन्होंने कहा, "अटैक करने वाले के वॉलेट में 17 लाख डॉलर मूल्य के ईथेरम हैं, जो उसने चोरी किए गए NFTs बेचकर जुटाए हैं।"
दरअसल, ओपेनसी प्लेटफॉर्म पर यूजर्स को नुकसान पहुंचने और इसकी हैकिंग होने से जुड़ी खबरें और अफवाहें लंबे वक्त से सामने आ रही थीं।
अटैक
अटैक में हुआ यूजर्स के लीक डाटा का इस्तेमाल
NFT मार्केटप्लेस की ओर से अब तक इस साइबर अटैक की गंभीरता और प्रभाव का अंदाजा नहीं लगाया जा सका है।
वहीं, ब्लॉकचेन इन्वेस्टिगेटर पीकशील्ड ने कहा कि उन्हें शक है कि लीक हुआ यूजर्स डाटा इस फिशिंग अटैक के लिए जिम्मेदार है।
NFT मार्केटप्लेस ने लिखा, "हम ओपेनसी से जुड़ी स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स का फायदा उठाए जाने से जुड़ी अफवाहों की जांच कर रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि फिशिंग अटैक ओपेनसी की वेबसाइट के बाहर से किया गया।"
अपग्रेड
प्लेटफॉर्म ने की थी स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट अपग्रेड की घोषणा
ओपेनसी की ओर से हाल ही में एक नए स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट अपग्रेड की घोषणा की गई थी, जिसके बाद हैकिंग का मामला सामने आया है।
इसके साथ इनऐक्टिव NFTs को डीलिस्ट करने के लिए एक सप्ताह का समय यूजर्स को दिया गया था।
स्मार्ट अपग्रेड के लिए यूजर्स को अपने लिस्टेड NFTs को ETH ब्लॉकचेन से नए स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट पर माइग्रेट करना था, तभी सक्रिय हुए अलग-अलग सोर्सेज ने NFTs को अटैक का शिकार बनाया।
सलाह
CEO को मेसेज भेजें हैक का शिकार हुए यूजर्स
ओपेनसी CEO ने कहा है कि फिशिंग अटैक का शिकार हुए यूजर्स उन्हें माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर डायरेक्ट मेसेज भेज सकते हैं।
उन्होंने कहा, "हमें नहीं लगता कि फिशिंग अटैक्स किसी भी तरह ओपेनसी की वेबसाइट से जुड़े हैं। सामने आया है कि अब तक 32 यूजर्स के पेलोड्स और उनके कुछ NFTs अटैकर के हाथ लगे हैं, जिनकी कीमत करोड़ों रुपये है।"
इस अटैक से साथ प्लेटफॉर्म के सुरक्षित होने पर भी सवाल उठ रहे हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस
नॉन-फंजिबल टोकन्स ऐसे करते हैं काम
NFTs दरअसल ऐसे टोकन होते हैं, जिनकी कोई दूसरी कॉपी नहीं होती।
जैसे सामान्य लेनदेन करने के लिए कागजी दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है, NFTs के रिकॉर्ड्स डिजिटल वर्ल्ड में स्टोर होते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी में NFTs की खरीददारी होने के चलते इसकी जानकारी ब्लॉकचेन पर स्टोर की जाती है।
ब्लॉकचेन एक प्राइवेट नेटवर्क है, जो क्रिप्टोकरेंसी में होने वाले लेनदेन को पब्लिक डोमेन पर मॉनीटर करता है। यानी कि ब्लॉकचेन पर किए गए लेनदेन कोई भी देख सकता है।
जानकारी
यह है दुनिया का सबसे महंगा NFT
दुनिया का सबसे महंगा नॉन-फंजिबल टोकन 10 सेकेंड का एक वीडियो है। इस वीडियो को मीपल नाम के आर्टिस्ट ने बनाया है, जिसका असली नाम माइक विंकलमैन है। दरअसल यह वीडियो बीपल की ओर से बनाए गए कई आर्टवर्क्स का कंपाइलेशन वीडियो है।