#ValentinesDay: ऑनलाइन प्यार के चक्कर में अमेरिकियों ने गंवाए 14.3 करोड़ डॉलर
यह वेलेंटाइन का महीना है और हवाओं में प्यार की खुमारी छाई हुई है। लेकिन इस बीच एक ऐसी खबर आई है जो हमें सिखाती है कि हमें प्यार के जोश में होश नहीं खोना चाहिए। हाल ही में जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में ऑनलाइन प्यार की तलाश कर रहे लोगों को 14.3 करोड़ डॉलर की चपत लगी। अमेरिका में अन्य किसी तरीके के घोटाले में इतना नुकसान नहीं हुआ जितना प्यार के मामलों में हुआ है।
मामले कम, लेकिन नुकसान ज्यादा
फेडरल ट्रेड कमीशन द्वारा जारी इस रिपोर्ट के अनुसार, कुल घपलों में प्यार संबंधित घपलों का हिस्सा मात्र 1.5 प्रतिशत है, लेकिन फिर भी इनमें सबसे ज्यादा पैसे का नुकसान हुआ है। एजेंसी के मार्केटिंग विभाग की सहनिदेशक मोनिका वाका ने कहा कि इससे साबित होता है कि इस तरीके के घपलों से बचने के लिए लोगों को सावधान होना पड़ेगा क्योंकि जब लोग ऐसे घपलों में फंसते हैं तो उन्हें भारी धन गंवाना पड़ता है।
इमरजेंसी के लिए पैसे मांगते हैं ठग
ठगों ने फेक और चोरी की पहचानों के लिए पीड़ितों को फंसाया और उनसे पैसे लूटे। एजेंसी ने बताया कि ऐसे ठग लोगों को फंसाने के बाद उनसे कहते हैं कि उन्हें मेडिकल इमरजेंसी या किसी और दुर्घटना के लिए आर्थिक मदद चाहिए। ज्यादातर ठगी के मामले डेटिंग वेबसाइट के जरिए हुए। कुछ पीड़ितों ने फेसबुक जैसे सोशल मीडिया माध्यमों और ऑनलाइन गेम के जरिए जाल में फंसने की बात भी कही।
पीड़ितों से मिलने से करते थे इनकार
पीड़ित जब मिलने की कहते तो अपराधी उनसे बचने के लिए अक्सर यह दावा करते थे कि वह सेना में काम करते हैं और देश से बाहर तैनात हैं। जिन लोगों ने एजेंसी के साथ बात की, उनमें से 55 प्रतिशत ने बताया कि उन्होंने तार के जरिए पैसे भेजे थे। 21 प्रतिशत ने कहा कि उन्होंने गिफ्ट और कार्ड शेयर किए थे। बाकी के पीड़ितों ने कैश, क्रेडिट कार्ड, ऑनलाइन भुगतान, मनी ऑर्डर और चेक के जरिए पैसे भेजे।
70 साल से ऊपर के लोगों ने गंवाया सबसे ज्यादा धन
2015 में भी अमेरिका में प्यार के ऑनलाइट घपलों में 3.3 करोड़ डॉलर का नुकसान पीड़ितों को उठाना पड़ा था। पिछले साल प्यार के मामलों में लोगों ने औसतन 2,600 डॉलर गंवाए। पीड़ितों में सबसे ज्यादा संख्या 40-69 आयु वर्ग के लोगों की थी, जबकि सबसे ज्यादा पैसा 70 साल से ऊपर के लोगों ने गंवाया। ऐसे लोगों में औसत नुकसान 10,000 डॉलर तक था। 20-29 आयु वर्ग के युवाओं में औसत नुकसान 1,000 डॉलर था।