नॉन-फंजिबल टोकन्स का अनोखा ट्रेंड, करोड़ों रुपये में बिके हैं दुनिया के सबसे महंगे NFTs

डिजिटल दुनिया में नए और अनोखे ट्रेंड्स देखने को मिलते हैं लेकिन शायद ही किसी ट्रेंड की कीमत करोड़ों रुपये में हो। इंटरनेट यूजर्स इन दिनों नॉन-फंजिबल टोकन्स या NFTs की बोलियां लगा रहे हैं और ये डिजिटल असेट्स करोड़ों में बिक रहे हैं। NFTs किसी डिजिटल पेंटिग से लेकर वीडियो-ऑडियो फाइल, वीडियो गेम या GIF हो सकते हैं। बता दें, NFT की ओनरशिप ब्लॉकचेन में रिकॉर्ड की जाती है। हम सबसे महंगे NFTs की लिस्ट यहां लेकर आए हैं।
दुनिया के सबसे महंगे नॉन-फंजिबल टोकन की बात करें तो यह 10 सेकेंड का एक वीडियो है। इस वीडियो को मीपल नाम के आर्टिस्ट ने बनाया है, जिसका असली नाम माइक विंकलमैन है। दरअसल यह वीडियो बीपल की ओर से बनाए गए कई आर्टवर्क्स का कंपाइलेशन वीडियो है। ये सभी आर्टवर्क्स डिजिटली बनाए गए हैं और इनके लिए 69 मिलियन डॉलर (करीब 505 करोड़ रुपये) की बोली लगाई गई है।
THE COMPLETE MF COLLECTION
— Nifty Gateway (@niftygateway) December 13, 2020
By @beeple
THIS IS IT! The last auction of the day, which includes each of the 20 auction pieces in it. Ends at 6 pm ET.
Current Bid:
$130,000
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70 से ज्यादा आर्टिस्ट्स की ओर से बनाया गया लिविंग डिजिटल आर्ट कलेक्टिबल 'हैशमास्क्स' 16 मिलियन डॉलर (117 करोड़ रुपये) में बिका है। इसी तरह कानाडियन आर्टिस्ट के ग्रिम्स आर्टवर्क और म्यूजिक वीडियोज की बोली 6 मिलियन डॉलर (43 करोड़ रुपये) लगाई गई है। सबसे महंगे पांच NFTs में क्रिप्टोपंक #3100 और क्रिप्टोपंक #7804 भी शामिल हैं, जिनकी कीमत क्रम से 7.58 मिलियन डॉलर (55.52 करोड़ रुपये) और 7.57 मिलियन डॉलर (55.45 करोड़ रुपये) है।
There are six Hashmasks with crowns 👑
— Hashmasks (@TheHashmasks) April 28, 2021
Which is your favourite? pic.twitter.com/mzkDfrwmJN
NFTs दरअसल ऐसे टोकन होते हैं, जिनकी कोई दूसरी कॉपी नहीं होती। जैसे सामान्य लेनदेन करने के लिए कागजी दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है, NFTs के रिकॉर्ड्स डिजिटल वर्ल्ड में स्टोर होते हैं। क्रिप्टोकरेंसी में NFTs की खरीददारी होने के चलते इसकी जानकारी ब्लॉकचेन पर स्टोर की जाती है। ब्लॉकचेन एक प्राइवेट नेटवर्क है, जो क्रिप्टोकरेंसी में होने वाले लेनदेन को पब्लिक डोमेन पर मॉनीटर करता है। यानी कि ब्लॉकचेन पर किए गए लेनदेन कोई भी देख सकता है।
ऐसी फोटो या वीडियो फाइल के बदले करोड़ों रुपये क्यों देना, जिसे इंटरनेट पर फ्री में देखा जा सकता है? आइए इसका कॉन्सेप्ट समझते हैं। दरअसल NFTs खरीदना बिल्कुल वैसा ही है, जैसा कोई आर्टवर्क या रेयर ऑब्जेक्ट खरीदना। फर्क बस इतना होता है कि NFTs को छूकर महसूस नहीं किया जा सकता और ये डिजिटल फॉर्म में होते हैं। हर NFT की केवल एक कॉपी होती है और उसके जैसा दूसरा नहीं होता, जो बात उसे खास बनाती है।
पहले जिस तरह कलाकार कैनवस पर आर्टवर्क बनाते थे, बदलता दौर डिजिटल आर्टवर्क लेकर आया है। NFTs के साथ इन कलाकारों को कमाई का तरीका मिला है। ये कलाकारी किसी वीडियो, तस्वीर, GIF, वीडियो गेम या एनिमेशन की शक्ल में हो सकती है। हालांकि, NFTs के तौर पर खरीदे गए असेट्स की कीमत भविष्य में बढ़ेगी या नहीं, इसपर कुछ नहीं कहा जा सकता। फिलहाल यह ट्रेंड जोरों पर है और NFTs के लिए बोलियां लगाने वाले बढ़े हैं।