ISRO और नासा द्वारा विकसित NISAR सैटेलाइट पहुंचा भारत, अगले साल किया जाएगा लॉन्च
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा द्वारा विकसित किया गया नासा-इसरो सिंथेटिक एपर्चर रडार (NISAR) सैटेलाइट भारत आ गया है। अमेरिकी वायु सेना के C-17 विमान द्वारा बुधवार को इसे बेंगलुरु एयरपोर्ट लाया गया। इस सैटलाइट को अंतरिक्ष सहयोग में अमेरिका-भारत संबंधों में एक मील का पत्थर माना जा रहा है। इसे जनवरी, 2024 में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से निकट-ध्रुवीय कक्षा में लॉन्च किए जाने की उम्मीद है।
NISAR सैटेलाइट से मिलेगी कई जरूरी जानकारी
NISAR पृथ्वी की सतह में परिवर्तन, प्राकृतिक खतरों और पारिस्थितिक तंत्र की गड़बड़ी के बारे में डाटा और जानकारी प्रदान करेगा। इस डाटा से पृथ्वी प्रणाली प्रक्रियाओं और जलवायु परिवर्तन की हमारी समझ को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। लॉन्च के बाद सैटेलाइट कम से कम 3 साल तक काम करेगा और यह 12 दिन में पूरी दुनिया का नक्शा तैयार कर लेगा। NISAR अंतरिक्ष में अपनी तरह का पहला रडार होगा, जो व्यवस्थित रूप से पृथ्वी का मानचित्रण करेगा।