सौर ज्वालाओं की सटीक भविष्यवाणी के लिए वैज्ञानिकों ने निकाला नया तरीका
सौर ज्वालाओं की सटीक भविष्यवाणी करने के लिए वैज्ञानिक सूरज के विभिन्न क्षेत्रों का अध्ययन कर रहे हैं। अध्ययन के मुताबिक, सूरज की निचली परतों (फोटोस्फीयर और क्रोमोस्फीयर) में सौर ज्वाला भड़कने वाले क्षेत्रों के ऊपर फुलझड़ियों के समान छोटे पैमाने पर चमक पैदा होती है। सूरज के इस संकेत से वैज्ञानिकों को सौर ज्वाला के भड़कने की सटीक भविष्यवाणी करने में मदद मिल सकती है। इसके अतिरिक्त इससे अंतरिक्ष मौसम की भविष्यवाणियों में भी सुधार आ सकता है।
इमेज डाटाबेस से वैज्ञानिकों ने किया अध्ययन
सूरज के विभिन्न क्षेत्रों का अध्ययन करने के लिए वैज्ञानिकों ने नासा के सोलर डायनेमिक्स ऑब्जर्वेटरी (SDO) द्वारा कैप्चर किए गए इमेज डेटाबेस का उपयोग किया है। नॉर्थवेस्ट रिसर्च एसोसिएट्स (NWRA) के कैरिन डिसाउर ने कहा कि यह पहली बार है, जब वैज्ञानिक सूरज के अध्ययन के लिए इस तरह के डाटाबेस का उपयोग कर रहे हैं। बता दें, इस इमेज डाटाबेस में पराबैंगनी और अति-पराबैंगनी प्रकाश में ली गई आठ वर्षों की तस्वीरें शामिल हैं।