ऑनलाइन लोन का चक्कर पड़ सकता है भारी, तेजी से बढ़ रहे हैं फ्रॉड के मामले
भारत में इंस्टैंट लोन देने वाली ऐप्स और ऑनलाइन सेवाएं तेजी से लोकप्रिय हुई हैं और साथ ही इनसे जुड़े फ्रॉड के मामले भी बढ़े हैं। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 25 दिसंबर, 2021 के बाद से अब तक केवल गाजियाबाद के आसपास ऐसे ऑनलाइन फ्रॉड के 180 से ज्यादा मामले दर्ज हुए हैं। पुलिस का कहना है कि स्मार्टफोन यूजर्स ऐसी सेवाओं की मदद से लोन लेना पसंद करते हैं क्योंकि इनमें पेपरवर्क या दस्तावेजों की जरूरत नहीं होती।
खुद अपनी जानकारी अटैकर को देते हैं यूजर्स
स्कैमर्स ऑनलाइन लोन देने के नाम पर उन स्मार्टफोन यूजर्स को निशाना बनाते हैं, जिन्हें इंटरनेट सेवाओं की ज्यादा समझ नहीं है। सबसे पहले यूजर्स से कोई ऐप इंस्टॉल करने के लिए कहा जाता है और वह इस ऐप को परमिशंस देता है। ऐप की मदद से फोन कॉन्टैक्ट्स, गैलरी और दूसरी पर्सनल जानकारी का ऐक्सेस अटैकर को मिल जाता है। साथ ही लोन की जरूरत के चलते विक्टिम खुद अपनी ढेर सारी जानकारी खुद अटैकर को सौंप देते हैं।
600 से ज्यादा लोन देने वाली ऐप्स अवैध
रिपोर्ट्स में बताया गया है कि ऐसे ढेरों मामले सामने आए हैं, जिनमें लोगों को लोन ना चुका पाने का आरोप लगाते हुए फेक लीगल नोटिस तक भेजे गए हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बीते दिनों बताया है कि भारत में 1,100 से ज्यादा ऐप्स इंस्टैंट लोन ऑफर कर रही हैं। इनमें से 600 से ज्यादा ऐप्स को RBI ने अवैध बताया है, जो 80 से ज्यादा अलग-अलग ऐप स्टोर्स पर उपलब्ध हैं।
बैंक अकाउंट खाली करते हैं अटैकर्स
लोन की रकम ट्रांसफर करने के लिए विक्टिम से बैंक अकाउंट से जुड़ी जानकारी मांगी जाती है। यह जानकारी मिलने के बाद अटैकर्स के लिए बैंक अकाउंट में मौजूद रकम में सेंध लगाना आसान हो जाता है। कई मामलों में लोन देने के बाद ऐप्स वक्त पर भुगतान ना किए जाने पर अलग-अलग ढंग से लोन लेने वाले को परेशान करती हैं। ऐसी ऐप्स किसी रेग्युलेटरी बॉडी के अंदर काम ना करने के चलते भरोसे के लायक नहीं हैं।
RBI को भी मिल रही हैं शिकायतें
रिजर्व बैंक और स्टेट लेवल कॉर्डिनेशन कमेटी (SLCC) मैकेनिज्म की ओर से तैयार किए गए पोर्टल 'सचेत' पर उन्हें यूजर्स से लोन देने वाली ऐप्स की ढेरों शिकायतें बीते एक साल में मिलीं। जनवरी, 2021 से मार्च, 2021 के बीच इस तरह की करीब 2,562 शिकायतें इस पोर्टल पर दर्ज की गईं। ये शिकायतें सबसे ज्यादा महाराष्ट्र और फिर कर्नाटक, दिल्ली, हरियाणा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और गुजरात से की गईं।
सही चैनल के जरिए ही लें लोन
अपने एंड्रॉयड डिवाइस को इस तरह की फेक ऐप्स से बचाने के लिए जरूरी है कि आप प्ले स्टोर से ट्रस्टेड ऐप्स ही इंस्टॉल करें। किसी ऐप को डाउनलोड करने से पहले उसके रिव्यूज और रेटिंग्स देखी जा सकती हैं। उन ऐप्स पर भरोसा करें, जिन्हें लाखों बार डाउनलोड किया गया हो और पॉजिटिव रिव्यू मिले हों। फटाफट लोन के चक्कर में ना पड़ें और बेहतर है कि सही चैनल की मदद से ही लोन लिया जाए।