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    बैंक KYC में NPR लेटर शामिल करने से डरे लोग, खातों से निकाल लिए सारे पैसे
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    बैंक KYC में NPR लेटर शामिल करने से डरे लोग, खातों से निकाल लिए सारे पैसे

    लेखन भारत शर्मा
    January 23, 2020 | 12:55 pm 1 मिनट में पढ़ें
    बैंक KYC में NPR लेटर शामिल करने से डरे लोग, खातों से निकाल लिए सारे पैसे

    भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से गत दिनों राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) पत्र को बैंक खाता खोलने के लिए आवश्यक KYC के वैध दस्तावेजों में शामिल करने का असर देश में दिखना शुरू हो गया। RBI के इस निर्णय से अधिकतर लोगों में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजंस (NRC) और NPR को लेकर असमंजस है, विशेषकर मुस्लिम समुदाय के लोगो में। इसके चलते तमिलनाडु के एक गांव में अधिकतर लोग अपना खाता खाली करने बैंक पहुंच गए।

    एक दिन में निकाले एक करोड़ रुपये

    RBI के निर्णय के बाद शनिवार को थुथुकुडी के पास एक गाँव में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की शाखा ने KYC सत्यापन के लिए NPR पत्र को भी एक वैध दस्तावेज मानने का विज्ञापन जारी किया था। सोमवार को कयालपट्टिनम गांव के सैकड़ों लोग (अधिकतर मुस्लिम) अपने पैसे निकालने के लिए बैंक पहुंच गए। हालात यह थी कि लोगों ने एक दिन में एक करोड़ रुपये से अधिक निकाल लिए, जबकि अन्य दिनों में यह आंकड़ा 25 लाख रहता था।

    नोटबंदी के समय की हालत याद कर लग रहा है डर

    अपने खाते से 50,000 रुपये निकालने वाले एक कर्मचारी ने बताया कि NPR और NRC को लेकर लोगों में असमंजस की स्थिति है। उन्हें याद है कि नोटबंदी के समय उन्हें अपने ही पैसे निकालने के लिए कितने दिनों तक कतार में खड़ा रहना पड़ा था। ऐसी स्थिति से लोगों में डर बना हुआ है। ऐसे में वह समय रहते अपने पैसे निकालना चाहते हैं, ताकि बाद में किसी भी परिस्थिति में उन्हें पैसों के लिए परेशान नहीं होना पड़े।

    विज्ञापन वापस नहीं लेने पर दी बैंक खाते बंद करने की धमकी

    बैंक के अपने खाते से 3.5 लाख रुपये निकालने वाले अधिवक्ता अहमद शाह ने कहा कि देश में CAA और NRC का विरोध चल रहा है। इसके अलावा वह NPR को स्वीकार नहीं करेंगे। वह आखिर बैंक को KYC के लिए क्यों NPR पत्र दें। उन्होंने कहा कि यदि बैंक ने विज्ञापन वापस नहीं लिया तो वह सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया से सभी खाते बंद कर देंगे। बैंक अधिकारियों ने उन्हें समझाने का भी प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माने।

    बैंक ने लोगों को समझाने के लिए ली बड़े लोगों की मदद

    खातों से भारी मात्रा में पैसों की निकाशी होने पर बैंक प्रशासन सकते में आ गया। उन्होंने बैंक में लोगों में व्याप्त असमंजस को दूर करने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माने। बैंक अधिकारियों ने समुदाय विशेष के बड़े लोगों की मदद लेकर लोगों को समझाने का प्रयास किया। लोगों को समझाया गया जिसके बाद उन्होंने पैसा निकालना बंद किया। अधिकारी ने बताया कि लोग अपने खातों में न्यूनतम राशि छोड़ रहे थे।

    मामले में बैंक के सहायक महाप्रबंधक ने दी सफाई

    सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के सहायक महाप्रबंधक आरएल नायक ने कहा कि कयालपट्टिनम में जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण था। लोगों को असमंजस में ऐसा कदम नहीं उठाना चाहिए। यदि किसी के पास आधार कार्ड है तो उनके लिए NPR पत्र जमा कराना आवश्यक नहीं है।

    आखिर क्या है KYC?

    नो योर कस्टमर (KYC) कस्टमर के बारे में पूरी जानकारी की प्रक्रिया है। बैंकों में यह सभी ग्राहकों के लिए अनिवार्य है। दूसरी तरह से देखें तो यह बैंक और ग्राहक के बीच रिश्ते मजबूत करने की कड़ी है। KYC के बिना निवेश और खाता खोलना मुमकिन नहीं है। KYC से यह पता लगाया जाता है कि कोई बैंक खाते का दुरुपयोग तो नहीं कर रहा है। इसके लिए पैन कार्ड, पासपोर्ट, वोटर आईटी, लाइसेंस, मनरेगा कार्ड मांगा जाता है।

    15 जनवरी को KYC में शामिल हुआ NPR पत्र

    गौरतलब है कि गत 15 जनवरी को NPR को लेकर केन्द्र सरकार की राज्यों के साथ हुई बैठक में बैंकों में KYC के लिए आवश्यक दस्तावेजों में NPR पत्र को भी शामिल करने का निर्णय किया गया था।

    NPR में भारत में रह रहे सभी लोगों का नाम रजिस्टर किया जाएगा

    नागरिकता कानून 1955 और नागरिकता (नागरिकों का पंजीकरण और राष्ट्रीय पहचान-पत्र) नियम, 2003 के नियमों तहत यह स्थानीय गांव/कस्बा, उपखंड, जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर तैयार किया जाता है। CAA और NRC को लेकर देशभर में हो रहे विरोध के बीच NPR को NRC से जोड़कर देखा जा रहा है और लोगों ने इसका भी विरोध शुरू कर दिया है।

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