मोबाइल डाउनलोड स्पीड मामले में भारत की ग्लोबल रैंकिग सुधरी, 2 पायदान का फायदा
भारत में 1 अक्टूबर, 2022 को 5G सर्विस लॉन्च की गई। इसके बाद से टेलिकॉम कंपनियां धीरे-धीरे, लेकिन लगातार अलग-अलग राज्यों और शहरों में 5G नेटवर्क पहुंचा रही हैं। यही वजह है कि देश को औसत मोबाइल डाउनलोड स्पीड में वैश्विक स्तर पर 2 पायदान का फायदा हुआ है। सोमवार को एक नई रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत औसत मोबाइल डाउनलोड स्पीड के मामले में जनवरी में 69 नंबर से फरवरी में 67 नंबर पर पहुंच गया।
फिक्स्ड ब्रॉडबैंड की स्पीड के मामले में फिसला भारत
नेटवर्क इंटेलिजेंस और कनेक्टिविटी से जुड़ी जानकारी देने वाली ओकला के अनुसार, भारत में औसत मोबाइल डाउनलोड स्पीड जनवरी में 29.85 Mbps थी, जो बढ़कर फरवरी में 30.96Mbps हो गई। हालांकि, फिक्स्ड ब्रॉडबैंड की औसत स्पीड के मामले में भारत 2 पायदान नीचे खिसक गया है। फिक्स्ड ब्रॉडबैंड की औसत स्पीड के मामले में भारत जनवरी में 79 नंबर पर था और अब फरवरी में फिसलकर ये 81 नंबर पर आ गया है।
फिक्स्ड औसत डाउनलोड स्पीड में बढ़िया रहा भारत का प्रदर्शन
फिक्स्ड औसत डाउनलोड स्पीड के मामले में भारत का प्रदर्शन सुधरा है। जनवरी में फिक्स्ड औसत डाउनलोड 50.02 Mbps था, जो फरवरी में बढ़कर 50.87 Mbps हो गया। पिछले साल दिसंबर में भारत औसत मोबाइल स्पीड के मामले में वैश्विक स्तर पर 79 नंबर था, जबकि नवंबर में 105 नंबर पर था। औसत मोबाइल स्पीड के मामले में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) टॉप पर रहा और यूक्रेन इस मामले में वैश्विक स्तर पर 24 पायदान ऊपर आया है।
फिक्स्ड ब्रॉडबैंड डाउनलोड स्पीड में टॉप पर सिंगापुर
फिक्स्ड ब्रॉडबैंड डाउनलोड स्पीड के मामले में सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस ने विश्व स्तर पर रैंकिंग में 12 पोजिशन की वृद्धि की है। फिक्स्ड ब्रॉडबैंड डाउनलोड स्पीड के मामले में सिंगापुर अभी भी टॉप पर बना हुआ है।
क्या है 5G?
5G 5वीं जनरेशन का मोबाइल नेटवर्क है और इसकी स्पीड 4G के मुकाबले ज्यादा है। 4G में जहां अधिकतम इंटरनेट डेटा स्पीड 1Gbps है वहीं 5G में इंटरनेट की अधिकत स्पीड 20 Gbps तक है। तेज इंटरनेट के लिए 5G में मुख्य रूप से 3 बैंड स्पेक्ट्रम (लो, मिड और हाई) का इस्तेमाल होता है। 5G में लेटेंसी भी बहुत कम है। इसकी लेटेंसी 1ms तक जा सकती है। लेटेंसी कम होने से रियल टाइम कनेक्टिविटी बेहतर होती है।
ब्रॉडबैंड क्या है?
ब्रॉडबैंड अपने तेज और सिमेट्रिकल स्पीड इंटरनेट के लिए जाना जाता है। ब्रॉडबैंड इंटरनेट केबल के जरिए दिया जाता है इसलिए इसे मोबाइल इंटरनेट की तरह चलते-फिरते इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। ब्रॉडबैंड सिंगल लाइन के बजाय बड़े बैंडविड्थ वाले डाटा भेजने के लिए कई लाइनों का इस्तेमाल करके इंटरनेट देता है। बारिश, तूफान आदि का मोबाइल इंटरनेट की स्पीड पर असर पड़ता है, लेकिन ब्रॉडबैंड पर इसका असर नहीं होता।