साल के आखिर तक देशभर में मिलेंगी जियो की स्टैंडअलोन 5G सेवाएं, जानें इसका मतलब
रिलायंस जियो ने भारत में अपनी 5G सेवाओं के लॉन्च की आधिकारिक घोषणा कर दी है और दीपावली पर इसकी शुरुआत करने वाली है। कंपनी की 45वीं एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) के दौरान बताया गया कि रिलायंस जियो की ट्रू 5G सेवाएं स्टैंड-अलोन होंगी और देश के सभी शहरों और सर्कल्स में दिसंबर, 2022 तक रोलआउट की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। आइए समझते हैं कि जियो ने जिस स्टैंडअलोन 5G रोलआउट की बात कही है, उसका मतलब क्या है।
सबसे तेज 5G रोलआउट पर काम करेगी जियो
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने वादा किया है कि कंपनी भारत में सबसे तेज 5G रोलआउट करने वाली है। दिवाली पर कंपनी नेक्स्ट जेनरेशन 5G टेक्नोलॉजी का रोलआउट चार शहरों- मुंबई, दिल्ली, कोलकाता और चेन्नई में शुरू करेगी। यानी कि अक्टूबर में रोलआउट की शुरुआत करते हुए कंपनी अपने वादे के मुताबिक दिसंबर, 2022 तक देशभर में 5G सेवाएं अपने यूजर्स को देगी। इससे जुड़ी ज्यादा जानकारी रोलआउट शुरू होने के बाद सामने आएगी।
बाकी कंपनियों से अलग होगी जियो की 5G सेवा
रिलायंस जियो का कहना है कि दूसरे टेलिकॉम ऑपरेटर्स नॉन-स्टैंडअलोन 5G नेटवर्क तैयार कर रहे हैं और इसके साथ अच्छी स्पीड देने का दावा कर रहे हैं। कंपनी ने कहा कि नॉन-स्टैंडअलोन नेटवर्क हाई-स्पीड्स के लिए काफी नहीं है और यूजर्स को ट्रू 5G अनुभव नहीं दे पाएंगी। रिलायंस जियो ने यूजर्स को स्टैंडअलोन 5G सेवाएं देने का वादा किया है, जिसके सबसे एडवांस्ड 5G नेटवर्क पर आधारित होने का दावा किया जा रहा है।
4G नेटवर्क पर निर्भर नहीं होगी 5G कनेक्टिविटी
भारत के ज्यादातर टेलिकॉम ऑपरेटर्स 5G सेवाओं का फायदा अपने यूजर्स को देने के लिए मौजूदा 4G ढांचा इस्तेमाल करने वाले हैं, जिसे नॉन-स्टैंडअलोन 5G कहा जा रहा है। इससे उलट रिलायंस जियो अपनी 5G सेवाओं के लिए बिल्कुल नया इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर रही है और इसकी सेवाओं की मौजूदा 4G नेटवर्क पर कोई निर्भरता नहीं होगी। यानी कि अपनी नई 5G सेवाओं के साथ रिलायंस जियो लो-लेटेंसी और अल्ट्रा-हाईस्पीड इंटरनेट जैसे फायदे यूजर्स को दे पाएगी।
जियो एयर फाइबर के साथ ब्रॉडबैंड इंटरनेट जैसा अनुभव
रिलायंस जियो ने एयर फाइबर सेवा भी लॉन्च की है, जो बिना केबल इंटरनेट के यूजर्स को ब्रॉडबैंड इंटरनेट जैसा अनुभव देगी। अभी ब्रॉडबैंड इंटरनेट लगवाने की प्रक्रिया लंबी है और इसके लिए फाइबर केबल घर या ऑफिस तक पहुंचाना पड़ता है। नए जियो एयर फाइबर के साथ यूजर्स को केवल एक डिवाइस प्लग-इन करना होगा और वे हाई-स्पीड इंटरनेट का फायदा उठा सकेंगे। दावा है कि इसके साथ HD कंटेंट स्ट्रीमिंग और ऑनलाइन गेमिंग जैसे काम आसान हो जाएंगे।
5G इंटरनेट के साथ जियो क्लाउड PC
कंपनी ने जियो क्लाउड PC नाम की वर्चुअल PC सेवा लॉन्च करने की घोषणा की है, जिसके साथ ढेरों कंप्यूटर खरीदने और उन्हें अपग्रेड करने की जरूरत खत्म हो जाएगी। इस क्लाउड आधारित सेवा के साथ यूजर्स को भारी-भरकम कंप्यूटर की क्षमता सामान्य डिवाइसेज पर दी जाएगी। रैम से लेकर स्टोरेज तक सभी वर्चुअल और क्लाउड पर होंगे, जिससे आईपैड जैसे साधारण डिवाइस में भी फुल-फ्लेज्ड PC चलाने जैसा अनुभव यूजर्स को मिलेगा।
न्यूजबाइट्स प्लस
महीने की शुरुआत में जियो ने 5G नीलामी में सबसे ज्यादा 88,078 करोड़ रुपये खर्च करते हुए 24,740MHz स्पेक्ट्रम खरीदे। उसने सभी 22 सर्कल्स में अगले 20 साल के लिए 700MHz, 800MHz, 1800MHz, 3300MHz और 26GHz बैंड्स खरीदे हैं।