भारत बन सकता है दुनिया का सबसे बड़ा गेमिंग बाजार, हर्ष जैन ने जताई उम्मीद
क्या है खबर?
ड्रीम 11 की मूल कंपनी ड्रीम स्पोर्ट्स के सह-संस्थापक हर्ष जैन ने कहा है कि भारत 2028 तक चीन को पीछे छोड़कर दुनिया का सबसे बड़ा गेमिंग बाजार बन सकता है।
हालांकि, 50 करोड़ गेमर्स के बावजूद, भारत का वैश्विक गेमिंग राजस्व में योगदान 1 प्रतिशत से भी कम है।
इंडियन गेमिंग कन्वेंशन 2024 में जैन ने कहा कि भारत को सबसे बड़ा गेमिंग बाजार बनने के लिए राजस्व हिस्सेदारी बढ़ाने पर ध्यान देना होगा, नहीं तो लक्ष्य मुश्किल होगा।
बयान
जैन ने और क्या कहा?
जैन ने कहा कि भारत के गेमिंग उद्योग को तेजी से बढ़ाने के लिए विनियामक स्पष्टता महत्वपूर्ण है, खासकर रियल-मनी गेमिंग (RMG) के लिए, जो राजस्व का सबसे प्रमुख स्रोत है। उन्होंने उद्योग के खिलाड़ियों से प्रतिस्पर्धा के बजाय एकजुट होकर काम करने का आग्रह किया है।
जैन ने आगे कहा, "हमें भारत के गेमिंग क्षेत्र की क्षमता को अनलॉक करने के लिए पुल बनाने की जरूरत है, न कि बाधाएं।"
निवेश
विदेशी निवेश में वृद्धि की उम्मीद
भारत का RMG सेक्टर बदलावों का सामना कर रहा है, जिसका भविष्य व्यापक नियामक ढांचे और अदालती फैसलों पर निर्भर है। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने अप्रैल, 2023 में गेमिंग नियमों में संशोधन किए।
जैन ने कहा, "सरकार के स्पष्ट नियम न केवल इस क्षेत्र को स्थिर करेंगे बल्कि वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं को लागू करने में भी सक्षम बनाएंगे।"
उन्होंने कार्यक्रम के दौरान 2025 के बाद नियामक सुधार और विदेशी निवेश में वृद्धि की उम्मीद जताई है।
यूजर्स
देश में हुए 50 करोड़ यूजर्स
जैन ने बताया कि भारत के गेमिंग उद्योग के तेजी से विकास का श्रेय बेहतर इंटरनेट और मोबाइल इंफ्रास्ट्रक्चर को दिया, जिससे देश में 50 करोड़ गेमर्स हो गए हैं। उन्होंने ईस्पोर्ट्स की वैश्विक प्रतिस्पर्धा और जिम्मेदार गेमिंग नीतियों को अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया।
भारतीय गेमिंग उद्योग का राजस्व वित्त वर्ष 23 में 3.1 अरब डॉलर (लगभग 260 अरब रुपये) रहा और 2028 तक 7.5 अरब डॉलर (लगभग 630 अरब रुपये) तक पहुंचने का अनुमान है।