पेटीएम छंटनी: कर्मचारियों का आरोप, कंपनी इस्तीफा देने के लिए कर रही मजबूर
पेटीएम बड़ी संख्या में अपने कर्मचारियों की छंटनी कर सकती है, जिससे कंपनी के अलग-अलग विभागों में काम करने वाले कई कर्मचारियों को नौकरी से निकाले जाने का खतरा है। टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, पेटीएम के कई पूर्व और वर्तमान कर्मचारियों ने कहा है कि उन्हें स्वेच्छा से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया और उन्हें कोई भत्ता भी नहीं दिया गया। साथ ही उन्हें अपने रिटेंशन और ज्वाइनिंग बोनस को वापस करने के लिए कहा गया।
कर्मचारियों ने क्या दावा किया?
कई कर्मचारियों ने दावा किया है कि उन्हें अचानक एक मीटिंग के दौरान छंटनी के बारे में जानकारी दी गई और उन्हें जून में इस्तीफा देने को कहा गया है। कुछ कर्मचारियों ने बताया कि कंपनी उनके जॉइनिंग और रिटेंशन बोनस को वापस मांग रही है, लेकिन उनके ऑफर लेटर में इसका जिक्र नहीं किया गया था। कुछ पूर्व कर्मचारियों ने बताया कि इस्तीफा देने से इनकार करने पर उन्हें जबरदस्ती निकाल दिया गया और अनुभव पत्र नहीं दिया गया।
पेटीएम ने आरोपों से किया इनकार
पेटीएम ने कर्मचारियों द्वारा लगाए गए इस तरह के सभी आरोपों से इनकार किया है। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, "हम कर्मचारियों पर किसी भी तरह की जबरन कार्रवाई या अनुचित व्यवहार से संबंधित आरोपों का दृढ़ता से खंडन करते हैं। हमने सख्ती से सुनिश्चित किया है कि हमारी HR टीमों ने कर्मचारियों को उनकी बर्खास्तगी के बारे में केवल आधिकारिक चैनलों के माध्यम से सूचित किया है।"