गूगल I/O 2023: कंपनी का AI पर रहा जोर, बार्ड को किया पब्लिक
गूगल ने अपने सालाना डेवलपर कार्यक्रम गूगल I/O 2023 में यूजर्स के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से लैस कई टूल्स का ऐलान किया। कंपनी के CEO सुंदर पिचई ने जीमेल में 'हेल्प मी राइट' फीचर पेश किया। यह यूजर्स को तुरंत ईमेल ड्राफ्ट करने में मदद करेगा। इसमें यूजर को प्रॉम्प्ट देना होगा और यह मेल में शामिल जानकारी उठाते हुए नया मेल लिख देगा। इसमें यूजर्स को अपने मैसेज रिफाइन करने का भी विकल्प मिलेगा।
मैप में दिया इमर्सिव व्यू फीचर
गूगल मैप में जल्द ही 'इमर्सिव व्यू' फीचर मिलेगा। इसमें यूजर किसी रूट पर जाने से पहले ही उसका अनुभव कर सकेंगे। इसकी मदद से यूजर उस रास्ते पर ट्रैफिक जाम और मौसम की स्थिति का भी पता लगा सकेंगे। आगामी महीनों में दुनियाभर के 15 शहरों में इसे रोलआउट किया जाएगा। गूगल ने फोटोज ऐप में मैजिक एडिटर दिया है। इससे यूजर्स को बिना किसी झंझट के अपनी फोटोज को एडिट कर पाएंगे।
पेश किया नेक्स्ट जनरेशन लैंग्वेज मॉडल PaLM 2
गूगल ने इस कार्यक्रम में अपना नेक्स्ट जनरेशन लैंग्वेज मॉडल PaLM 2 भी पेश किया। इसमें पहले के मुकाबले बेहतर रीजनिंग और कोडिंग क्षमताएं हैं। कंपनी ने बताया कि इसे कई भाषाओं पर ट्रेन किया गया है और अब यह 100 से अधिक भाषाओं के टेक्स्ट को समझ, जनरेट और ट्रांसलेट कर सकता है। गूगल ने यह भी जानकारी दी कि वह ब्रेन और डीपमाइंड रिसर्च टीम्स को साथ लाकर AI के फाउंडेशन मॉडल बनाने पर काम कर रही है।
बढ़ाई गईं बार्ड की क्षमताएं
कंपनी ने बताया कि बार्ड को अब अधिक सक्षम मॉडल PaLM 2 पर मूव किया गया है। अब अधिक क्षमताओं के साथ बार्ड 20 से अधिक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में कोड को जनरेट, एक्सप्लेन और डिबग कर सकता है। यूजर्स इसमें प्रॉम्प्ट के तौर पर इमेज भी इस्तेमाल कर सकेंगे। अब इसकी वेटलिस्ट प्रोसेस हटा दी गई है और यह 180 देशों और क्षेत्रों में उपलब्ध है। जल्द ही यह हिंदी समेत 40 भाषाओं में काम करना शुरू कर देगा।
अब जीमेल को भी सपोर्ट करेगा बार्ड
गूगल ने बताया कि लोग अकसर उसके चैटबॉट से ईमेल और डॉक्यूमेंट्स की शुरुआत करने से संबंधित सवाल पूछते हैं। इसलिए अब से यूजर्स बार्ड के रिस्पॉन्स को सीधे जीमेल और गूगल डॉक्स में एक्सपोर्ट कर सकेंगे।
सर्च को किया AI से लैस
गूगल ने अब सर्च को भी AI से लैस कर दिया है। अब यूजर्स को कुछ सर्च करने पर 'स्नैपशॉट' दिखेगा। इसमें उसे सर्च से संबंधित कई सुझाव मिलेंगे और वह अपनी पसंद का सुझाव चुनकर उस पर ज्यादा जानकारी पा सकता है। गूगल ने शॉपिंग का उदाहरण देकर इसका इस्तेमाल समझाया था। शुरुआत में यह चुनिंदा यूजर्स के लिए उपलब्ध होगा और कंपनी आगे चलकर इसे सभी यूजर्स के लिए रोलआउट कर सकती है।
क्लाउड यूजर्स बना सकेंगे जनरेटिव ऐप्स
गूगल ने बताया कि गूगल क्लाउड यूजर्स अब वर्टेक्स AI की मदद से जनरेटिव ऐप्स बना सकेंगे। कैन्वा, ड्यूश बैंक, सेल्सफोर्स और उबर जैसी कंपनियों ने इसके लिए गूगल से साझेदारी की है। वर्टेक्स के तीन मॉडल- इमेजन, कोडी और चर्प है।