सैमसंग डिफॉल्ट सर्च के लिए गूगल की जगह माइक्रोसॉफ्ट बिंग को दे सकती है जगह
सैमसंग के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसों और खासतौर से फोन और टैबलेट आदि में अभी डिफॉल्ट सर्च सर्विस के रूप में गूगल सर्च दिया जाता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, सैमसंग के डिवाइस में माइक्रोसॉफ्ट का बिंग जल्द ही गूगल सर्च की जगह ले सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि दिग्गज स्मार्टफोन निर्माता कंपनी के गूगल की जगह बिंग की तरफ स्विच करने के फैसले से गूगल को को वार्षिक राजस्व में बड़ा घाटा देखने को मिल सकता है।
AI से लैस बिंग ने लगाई गूगल सर्च में सेंध
इंटरनेट सर्च के मामले में गूगल की लंबे समय से तगड़ी पकड़ है, लेकिन हाल ही में माइक्रोसॉफ्ट ने अपने सर्च इंजन बिंग में जब से OpenAI के ChatGPT को इंटीग्रेट किया है, तब से ये इसके यूजर्स बढ़े हैं। इससे गूगल के सर्च साम्राज्य के लिए खतरा पैदा हो गया है। गूगल का प्रतिद्वंदी बिंग अब जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ChatGPT की क्षमताओं के साथ काफी पावरफुल हो गया है।
माइक्रोसॉफ्ट के साथ भी है सैमसंग की साझेदारी
IDC के डाटा के अनुसार, सैमसंग ने 2022 में लगभग 26 करोड़ से अधिक फोन की बिक्री की है। ये फोन गूगल के एंड्रॉयड पर आधारित हैं। सैमसंग की माइक्रोसॉफ्ट और गूगल दोनों के साथ लंबे समय से साझेदारी है। यही वजह है कि सैमसंग के फोन में माइक्रोसॉफ्ट के वनड्राइव और गूगल के मैप्स जैसे ऐप पहले ही डाउनलोड होते हैं। हालांकि, सैमसंग डिफॉल्ट सर्च के तौर पर किसको जगह देगी, इस बारे में कंपनियों से बातचीत जारी है।
सर्च साम्राज्य बचाने के लिए गूगल का प्लान
गूगल भी अपने सर्च साम्राज्य को बचाने के लिए अपनी सर्च सर्विस को अपडेट करने और इससे जुड़ी नई योजनाओं पर काम कर रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल एक बिल्कुल नया सर्च इंजन लाने की तैयारी भी कर रही है और अपने वर्तमान सर्च इंजन को AI जैसी सुविधाओं से अपग्रेड करने में भी लगी है। गूगल का ये सारा प्लान मैगी नाम के एक प्रोजेक्ट के तहत हो रहा है।
सफल नहीं हुआ गूगल का बार्ड
गूगल की प्रवक्ता लारा लेविन ने एक बयान में कहा कि सर्च के लिए नई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित सर्विस को लाने को लेकर गूगल उत्साहित है और वह जल्द ही इससे जुड़ी और अधिक जानकारी शेयर करेगी। गूगल को सर्च इंजन के लिए ऐपल से भी लगभग अरबों रुपये का राजस्व मिलता है। गूगल ने कुछ समय पहले ChatGPT को टक्कर देने के लिए अपना AI चैटबॉट बार्ड लॉन्च किया था, लेकिन वह चर्चित नहीं हुआ।