हुवाई ने लॉन्च किया हार्मनीOS, क्या एंड्रॉयड और iOS को दे पाएगा टक्कर?
स्मार्टफोन्स और मोबाइल डिवाइसेज का जिक्र हो तो केवल दो ऑपरेटिंग सिस्टम, एंड्रॉयड और iOS याद आते हैं। चाइनीज टेक कंपनी हुवाई अब तीसरा विकल्प अपने डिवाइसेज के लिए लेकर आई है, जिसे हार्मनीOS (HarmonyOS) नाम दिया गया है। हुवाई ने नया ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्रॉयड के विकल्प के तौर पर स्मार्टफोन्स के लिए लॉन्च कर दिया है। इसके अलावा कंपनी की कोशिश इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) के तेजी से उभरते मार्केट में भी जगह बनाने की होगी।
इसलिए नया मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम लाई हुवाई
पिछले कुछ साल चीन की सबसे बड़ी टेक कंपनी के लिए अच्छे नहीं रहे और अमेरिका की ओर से लगाए गए ट्रेड बैन के चलते हुवाई वहां की कंपनियों के साथ पहले की तरह बिजनेस नहीं कर सकती। इसका असर हुवाई के स्मार्टफोन मार्केट पर पड़ा है और हुवाई स्मार्टफोन्स में मिलने वाले एंड्रॉयड OS में गूगल की कोई ऐप्स नहीं मिलतीं। नए लॉन्च के साथ कंपनी एंड्रॉयड और दूसरी सॉफ्टवेयर कंपनियों पर अपनी निर्भरता खत्म करना चाहती है।
कई स्मार्टफोन मॉडल्स के लिए लॉन्च होगा नया OS
हुवाई ने अपना हार्मनीOS आधिकारिक रूप से अनाउंस कर दिया है और बताया है कि इसे चुनिंदा स्मार्टफोन मॉडल्स के लिए रोलआउट किया जाएगा। बुधवार शाम से यूजर्स को विकल्प मिलने लगेगा कि वे हार्मनीOS डाउनलोड करना चाहते हैं, या फिर गूगल के एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म पर आधारित मौजूदा सॉफ्टवेयर का उपयोग जारी रखेंगे। नए हार्मनीOS में भी यूजर्स गूगल की सेवाओं का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे और उनके विकल्प के तौर पर हुवाई खुद की सेवाएं शामिल कर रही है।
क्या बन पाएगा एंड्रॉयड और iOS का विकल्प?
चाइनीज टेक कंपनी की योजना हार्मनीOS को सीधे तौर पर एंड्रॉयड की टक्कर के प्लेटफॉर्म के तौर पर पेश करने की नहीं, बल्कि अपने यूजर्स को बेहतर एक्सपीरियंस देने की है। कंपनी हार्मनीOS को पहले से ही 'इंटरनेट ऑफ थिंग्स' प्लेटफॉर्म के तौर पर पेश कर रही है, जिसका मतलब है कि यह ऑपरेटिंग सिस्टम लैपटॉप, स्मार्टवॉचेज, कारों और स्मार्ट होम अप्लायंसेज ऑपरेट और कनेक्ट करने के लिए भी काम करेगा।
20 करोड़ फोन्स तय पहुंचेगा नया ऑपरेटिंग सिस्टम
हुवाई कंज्यूमर बिजनेस ग्रुप के प्रेसीडेंट वांग चेंगलू ने कहा है, "इस साल के आखिर तक हुवाई की योजना करीब 20 करोड़ स्मार्टफोन्स और 10 करोड़ थर्ड-पार्टी स्मार्ट डिवाइसेज तक हार्मनीOS रोलआउट करने की है।" बता दें, वांग की लीडरशिप में ही हुवाई की टीम ने साल 2016 में शुरुआत करते हुए अपना हार्मनीOS तैयार किया है। आप जानते होंगे, अमेरिका की ओर से लगाई गईं पाबंदियों की वजह यूजर्स के डाटा और राष्ट्रीय सुरक्षा को बताया गया था।
चाइनीज कंपनियों पर जासूसी के आरोप
चीन से जुड़ी हुवाई और ZTE जैसी कंपनियों पर चाइनीज सरकार के लिए जासूसी करने और अपने प्रोडक्ट्स का गलत इस्तेमाल करने से जुड़े आरोप लगते रहे हैं। हालांकि, दोनों ही टेक कंपनियों ने इस तरह के आरोपों से इनकार किया है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय मोबाइल कैरियर्स को हुवाई के प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल बंद करना होगा और सरकार जल्द उनके लिए इससे जुड़ा आदेश जारी कर सकती है।