25 अक्टूबर को लगने वाले सूर्य ग्रहण को कैसे देखें? जानें आसान तरीका
क्या है खबर?
इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर को लगने वाला है। यह खगोलीय घटना सुबह 5 बजे से 9 बजे EDT (दोपहर 2:30 बजे से शाम 6:30 बजे IST) के बीच होगी।
आंशिक ग्रहण उत्तरी गोलार्ध में एशिया, अफ्रीका, यूरोप और यूनाइटेड किंगडम के लोग ग्रहण देख सकेंगे। इसके अलावा ग्रहण को भारत के लोग भी देख सकेंगे। हालांकि, यह अमेरिका से दिखाई नहीं देगा।
आइए जानें, इस साल के आखिरी सूर्य ग्रहण को देखने का तरीका क्या है।
न्यूबाइट्स प्लस
विश्व में तीन प्रकार के होते हैं सूर्य ग्रहण
सूर्य ग्रहण के दौरान चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी के बीच में आ जाता है। इस दौरान सूर्य की चमक धरती पर नहीं पहुंच पाती है।
सूर्य ग्रहण तीन प्रकार- पूर्ण सूर्य ग्रहण, आंशिक सूर्य ग्रहण और वलायकार सूर्य ग्रहण होते हैं।
ज्यादातर देशों में आंशिक सूर्य ग्रहण होता है, क्योंकि ग्रहण की ये घटना पूरे विश्व में एक साथ कभी नहीं हो सकती है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि चंद्रमा पृथ्वी के आकार से छोटा होता है।
जानकारी
भारत में शाम 5:41 बजे लगेगा सूर्य ग्रहण
25 अक्टूबर की (सुबह 5 बजे से 9 बजे EDT) को सूर्य का 82 फीसदी हिस्सा अस्पष्ट रहेगा, जो उत्तरी ध्रुव में केंद्रीय ग्रहण के बिंदु को चिह्नित करेगा।
रूस में लगभग 80 फीसदी सूर्य ग्रहण लगेगा। चीन में यह 70 फीसदी, नॉर्वे में 63 फीसदी और फिनलैंड में 62 फीसदी तक सूर्यग्रहण लगेगा।
भारत के कुछ हिस्सो में आंशिक सूर्य ग्रहण लगभग 30 फीसदी लगेगा, जो शाम को लगभग 5:41 बजे दिखाई देगा।
आंशिक सूर्य ग्रहण
आंशिक सूर्य ग्रहण में सूर्य का कुछ हिस्सा दिखता है
25 अक्टूबर को सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीध रेखा में नहीं होंगे। इस दौरान चंद्रमा सूर्य का कुछ हिस्सा छिपा लेगा, जो पृथ्वी से नहीं दिखेगा।
ऐसे में सूर्य का अर्धचंद्राकार रूप दिखाई देगा, जो आंशिक सूर्य ग्रहण कहलाएगा।
वैसे, पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा एक सीधी रेखा में होते है। इसके कारण पृथ्वी के एक भाग पर पूरी तरह अंधेरा छा जाता है। यह तब होता है, जब तीनों एक रेखा में होते हैं।
सावधानी
कैसे देखें आंशिक ग्रहण?
अगर आप 25 अक्टूबर को होने वाले सूर्य ग्रहण को देखना चाहते हैं तो कुछ सावधानियां बरतनी होंगी।
सूर्य ग्रहण को नंगी अंखों से नहीं देखना चाहिए।
रोजाना इस्तेमाल करने वाला चश्मा, दूरबीन, कैमरा, टेलीस्कोप या अन्य ऑप्टिकल डिवाइस से भी नहीं देखना चाहिए।
अगर आप सूर्य ग्रहण देखना चाहते हैं तो बाजार से आपको सोलर फिल्टर खरीद लेना चाहिए। इसके अलावा पिनहोल प्रोजेक्टर की सदियों पुरानी पद्धति का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।