
शुभांशु शुक्ला के अंतरिक्ष मिशन एक्सिओम-4 के लिए भारत कितना कर रहा खर्च?
क्या है खबर?
भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अब 11 जून को अंतरिक्ष यात्रा पर रवाना होंगे। यह मिशन पहले आज (10 जून) लॉन्च किया जाना था, लेकिन खराब मौसम की वजह से टल गया। एक्सिओम स्पेस की इस उड़ान के बाद शुभांशु अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) में पहुंचने वाले पहले भारतीय बनेंगे। एक्सिओम-4 मिशन करीब 2 सप्ताह का होगा और इसका उद्देश्य अंतरिक्ष में वैज्ञानिक रिसर्च को आगे बढ़ाना है।
खर्च
इस मिशन के लिए भारत कितना खर्च कर रहा?
एक्सिओम-4 मिशन में भारत, पोलैंड और हंगरी की सरकारी भागीदारी है। एक्सिओम इन देशों को अंतरिक्ष पहुंच के लिए सस्ता और प्रभावी विकल्प देता है। भारत इस मिशन के लिए 7 करोड़ डॉलर (करीब 540 करोड़ रुपये) खर्च कर रहा है। एक्सिओम के CEO तेजपॉल भाटिया का कहना है कि यह खर्च अपोलो जैसे सरकारी प्रयासों के मुकाबले बहुत कम है। उनका मानना है कि यह निवेश भारत को अंतरिक्ष क्षेत्र में एक मजबूत वैश्विक भागीदार बना सकता है।
मिशन
निजी क्षेत्र में अंतरिक्ष का नया अध्याय
एक्सिओम के मिशन में केवल उड़ान नहीं होती, बल्कि इसके लिए लंबी ट्रेनिंग होती है। इसमें सुरक्षा, स्वास्थ्य और स्पेस स्टेशन की गतिविधियों से जुड़े 700-1,000 घंटे का अभ्यास होता है। ब्लू ओरिजिन जैसी कंपनियों की तुलना में एक्सिओम का मिशन लंबा और गंभीर होता है। इस प्रक्रिया में यात्रियों को अंतरिक्ष की वास्तविक परिस्थितियों के लिए अच्छी तरह से तैयार किया जाता है। एक्सिओम दुनिया का पहला कॉमर्शियल स्पेस स्टेशन बनाने की दिशा में भी काम कर रही है।