
पृथ्वी की ओर बढ़ रहा 500 किलोग्राम का अंतरिक्ष यान, क्या इससे है बड़ा खतरा?
क्या है खबर?
अंतरिक्ष से करीब 500 किलोग्राम वजनी एक पुराना रूसी अंतरिक्ष यान पृथ्वी की ओर तेजी से बढ़ रहा है।
दुनियाभर की अंतरिक्ष एजेंसियां और वैज्ञानिक इसकी गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं। यह यान इसी हफ्ते हमारे ग्रह के वायुमंडल में प्रवेश करने वाला है।
अब तक के आंकड़ों से वैज्ञानिकों का अनुमान है कि भारतीय समयानुसार यह 10 मई को सुबह 11:24 पर पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश कर सकता है।
इतिहास
कोस्मोस 482 का इतिहास
कोस्मोस 482, जिसे 31 मार्च, 1972 को लॉन्च किया गया था, वेनेरा कार्यक्रम का हिस्सा था और इसका उद्देश्य शुक्र ग्रह पर अध्ययन करना था।
हालांकि, तकनीकी खराबियों के कारण यह यान अपनी निर्धारित कक्षा से बाहर नहीं जा सका और पृथ्वी की कक्षा में फंसा रह गया।
यान के टूटने और विफलता के बावजूद, कक्षा में बने रहने के कारण इसे कोस्मोस 482 नाम दिया गया। यह मिशन कभी सफल नहीं हो पाया और कभी शुक्र तक नहीं पहुंचा।
खतरा
क्या पृथ्वी को इससे खतरा है?
इस अंतरिक्ष यान से पृथ्वी को बड़ा खतरा नहीं है, फिर भी इसके गिरने की संभावना को पूरी तरह नकारा नहीं जा सकता। विशेषज्ञ मानते हैं कि यान का मलबा पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करते वक्त जलकर खत्म हो सकता है।
हालांकि, कुछ हिस्सा बचने की संभावना भी हो सकती है, लेकिन यह बंजर इलाकों या समुद्र में गिरने की संभावना ज्यादा है, जिससे किसी मानव जीवन को खतरा नहीं होगा।