एंड्रॉयड वॉच से कितनी एडवांस ऐपल वॉच? लंबे समय से कायम है दबदबा
भारत में वियरेबल कैटेगरी में स्मार्टवॉच की काफी डिमांड है। इस सेगमेंट में कई कंपनियां अलग-अलग कीमत और फीचर्स वाली स्मार्टवॉच बनाती हैं। हालांकि, प्रीमियम कैटेगरी में ऐपल, सैमसंग और गूगल जैसी कंपनियों की वॉच हैं। इनमें सैमसंग और गूगल जहां गूगल के वियरOS पर आधारित स्मार्टवॉच बना रही हैं, वहीं ऐपल का अपना खुद का वॉचOS है। आइये जानते हैं कि ऐपल वॉच कैसे वियरOS पर आधारित स्मार्टवॉच से एडवांस है और कैसे इसने अपना दबदबा बनाए रखा।
8 साल से ऐपल वॉच की बाजार हिस्सेदारी में नहीं लगा पाया कोई सेंध
बता दें, ऐपल वॉच को वर्ष 2015 में पहली बार पेश किया गया था। आज 8 साल बाद भी डिजाइन में कोई बड़ा बदलाव न होने के बावजूद ऐपल की बाजार हिस्सेदारी में कोई सेंध नहीं लगा पाया है।
ऐपल वॉच 9 में मिलते हैं बेहतरीन हेल्थ मॉनिटरिंग फीचर्स
ऐपल ने 12 सितंबर को आईफोन 15 के साथ ही ऐपल वॉच सीरीज 9 और वॉच अल्ट्रा 2 को पेश किया था। ऐपल ने वॉच 9 के डिजाइन में तो कोई बड़ा बदलाव नहीं किया, लेकिन कुछ नए फीचर जरूर दिए हैं। ऐपल वॉच 9 सीरी कमांड को प्रोसेस करने के साथ जेस्चर कमांड सहित नए फीचर पेश करती है। ऐपल वॉच फीचर इंटीग्रेशन और हेल्थ मॉनिटरिंग से जुड़े बेहतरीन फीचर्स देती है।
ऐपल वॉच X में देखने को मिल सकते हैं ये एडवांस फीचर्स
ऐपल की अगली वॉच X की भी चर्चा शुरू हो गई। इसमें बैंड लगाने का नया तरीका दिया जा सकता है। वॉच X में एक और नया और उपयोगी हेल्थ फीचर ब्लड प्रेशर मॉनिटरिंग दिया जा सकता है। यह फीचर इसे और उपयोगी बना देगा। रिपोर्ट के मुताबिक, ऐपल की आगामी वॉच को स्लिम रखा जा सकता है और इसमें बड़ी बैटरी दी जा सकती है। दरअसल, ऐपल वॉच अभी आमतौर पर 18 घंटे तक का ही बैकअप देती है।
सैमसंग गैलेक्सी वॉच है ऐपल वॉच को टक्कर देने के करीब
फीचर्स के मामले में ऐपल वॉच को टक्कर देने में सैमसंग गैलेक्सी वॉच सबसे करीब है। सैमसंग की गैलेक्सी वॉच 6 और वॉच 6 क्लासिक दोनों ही शानदार घड़ियां हैं। वियरOS के साथ लॉन्च होने वाली गैलेक्सी वॉच 6 और 6 क्लासिक से काफी उम्मीद थी, लेकिन इसमें बहुत कुछ नया नहीं मिला। हालांकि, अब अक्टूबर में आने वाली गूगल की पिक्सल वॉच 2 से ही कुछ उम्मीद की जा सकती है।
एंड्रॉयड वियरलेबल्स के प्रति लोगों को आकर्षित करने के लिए करना होगा कुछ नया
एंड्रॉयड सॉफ्टवेयर पर आधारित स्मार्टवॉच बनाने वाली कंपनियां अधिकतर ऐपल वॉच के फीचर्स को ही अपनाती हैं। सिर्फ एक अंतर इनके डिजाइन में देखने को मिलता है। ऐपल वॉच जहां आयताकार डिजाइन में हैं वहीं एंड्रॉयड आधारित स्मार्टवॉच गोलाकार डिजाइन में भी दिख जाती हैं। एंड्रॉयड वियरेबल्स के प्रति लोगों को आकर्षित करने के लिए कंपनियों को कुछ नया करना होगा। काउंटरप्वाइंट रिसर्च के अनुसार, आने वाले कुछ साल तक स्मार्टवॉच में ऐपल का दबदबा बना रहेगा।
न्यूजबाइट्स प्लस
ऐपल कंपनी अपनी वॉच के लिए खुद ही हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों बनाती है। यानी ऐपल वॉच कंपनी के ही ईकोसिस्टम पर आधारित होती हैं। ऐसे में ऐपल को वॉच के लिए नए फीचर डेवलप करने और उनके इंटीग्रेशन में आसानी होती है। दूसरी तरफ सैमसंग सहित एंड्रॉयड आधारित स्मार्टवॉच बनाने वाली अन्य कंपनियां ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए गूगल पर निर्भर हैं। क्योंकि ये कंपनियां वियरOS पर वॉच बनाती हैं, जो कि गूगल का है।