
ऐपल की आईफोन फैक्ट्री में कर्मचारियों के संकट पर सरकार रख रही है नजर
क्या है खबर?
टेक दिग्गज कंपनी ऐपल और उसकी साझेदार फॉक्सकॉन को भारत में आईफोन 17 प्रो सीरीज का उत्पादन करने में दिक्कत आ रही है। मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के इंजीनियरों के वापस जाने से संकट खड़ा हो गया है। ऐपल इस कमी को पूरा करने के लिए अन्य देशों से इंजीनियर लाने और घरेलू कर्मचारियों को शामिल करने की योजना बना रही है। भारत सरकार ने कहा है कि उत्पादन में बड़ी रुकावट की फिलहाल कोई चिंता नहीं है।
मौका
स्थानीय क्षमता को मजबूत करने का मौका
सरकारी अधिकारियों के मुताबिक, यह स्थिति भारत में स्थानीय तकनीकी क्षमता बढ़ाने का एक अच्छा मौका भी है। भारत सरकार का मानना है कि आईफोन जैसी बड़ी परियोजनाओं को अब भारतीय कर्मचारियों से ही संभालना चाहिए। भले ही कुछ चीनी इंजीनियरों के वीजा को मंजूरी दी गई थी, लेकिन अब कंपनी को यह तय करना है कि आगे संचालन कैसे करना है। ऐपल भारत में अपने ऑपरेशन को स्थिर बनाए रखने के लिए वैकल्पिक रणनीतियों पर काम कर रही है।
उत्पादन
उत्पादन धीमा पर विस्तार जारी
चीन की ओर से मशीनों के निर्यात में देरी ने उत्पादन को और चुनौती दी है, लेकिन फॉक्सकॉन भारत में विस्तार की योजना पर कायम है। कंपनी बेंगलुरु में नई यूनिट शुरू कर रही है और जुलाई के मध्य तक 1,000 नए भारतीय कर्मचारियों को जोड़ रही है। इससे भारत में कर्मचारियों की संख्या 40,000 तक हो जाएगी। हैदराबाद में ऐपल के एयरपॉड्स का उत्पादन भी शुरू हो चुका है, जो कंपनी की भारत में बढ़ती मौजूदगी को दर्शाता है।